राजसमन्द। सांसद और भाजपा की प्रदेश महामंत्री(MP Diyakumari) दीयाकुमारी ने (Self Defense Training)महिला उत्पीड़न विषय पर वीसी के माध्यम से राजस्थान महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को सम्बोधित किया।
सांसद ने राज्य सरकार को लताड़ लगाते हुए कहा कि राज्य में महिलाओं और बालिकाओं पर हो रहे अत्याचारों के विषय में आपसे रूबरू होना अपने आप में ही शर्म की बात है। राज्य में पिछले कई दिनों से शर्मसार करने वाली घटनाएं हो लगातार बढ़ रही है। आज हमारे राज्य की महिलाएं और बालिकाएं डर से सहमी हुई है, उनके परिजन घर से उन्हें बाहर भेजते हुए डरने लगे है और इतना ज्यादा अत्याचार होने के बाद भी राज्य की कांग्रेस सरकार मौन बैठी है और सुरक्षा के प्रति गम्भीर नहीं है।
सांसद ने कहा कि जयपुर, धौलपुर, बारां, सिरोही, बांसवाड़ा, चुरू, अलवर, झुन्झुनु, सीकर, अजमेर और हनुमानगढ में महिलाओं और बालिकाओं पर अपराध का सिलसिला थम ही नहीं रहा है। वीसी के माध्यम से मैं यह कहना चाहूंगी कि सरकार तो अपराध रोकने में पूरी तरह विफल है परन्तु हमारी भी कुछ जिम्मेदारी है कि हम अपराध रोकने के प्रयास करें।
महिला मोर्चा को आत्म रक्षा प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के लिए प्रेरित करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति आपको परेशान कर रहा है तो उसकी शिकायत पुलिस में करे, जन प्रतिनिधि को बोले, कई NGO महिला अत्याचार के खिलाफ काम कर रहे हैं उन्हें सूचित करें।हमे अपने अधिकारों और सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों के प्रति जागरूक रहना होगा। यदि आपका रास्ते में या कार्यस्थल पर शोषण कर रहा है तो खुलकर आवाज उठानी होगी।
सांसद दीयाकुमारी ने आंकड़े बताते हुए कहा की वर्ष 2018 से 2019 में प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार का ग्राफ बहुत बड़ा हैं जिसमें दहेज मृत्यु में 11.88 प्रतिशत की बढ़ोतरी, आत्महत्या का दुष्प्रेरण 21.57 प्रतिशत, महिला उत्पीडन 50.47 प्रतिशत, बलात्कार 38.34, छेडछाड 67.69 प्रतिशत, अपहरण 39.09 प्रतिशत व अन्य मामलों में 44 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है। कुल मिलाकर सभी प्रकार के अपराधों में 49.04 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है। यह ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है और महिलाओं के प्रति अपराध लगातार बढ़ रहे हैं जो कि ठीक नहीं है हमें इसके खिलाफ मिलकर आवाज उठानी होगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष मधु शर्मा, प्रदेश महामंत्री मंजू शर्मा, सोनिया रामचंदानी, अल्का शर्मा, सरोज खान, श्रीमती चंचल सहित सभी अनेक महिला कार्यकर्ता उपस्थित थी।