फैक्ट फाइल
50 हजार स्टूडेंट्स को सकुशल, स्वस्थ घर भेजा लॉकडाउन में
1.75 लाख स्टूडेंट्स थे सत्र 2019-20 में कोटा में
8 हजार एक्सपर्ट् फैकल्टीज हैं कोटा में
10 बड़े कोचिंग संस्थान
50 छोटे कोचिंग संस्थान
20 हजार से अधिक स्टूडेंट्स हैं वर्तमान में कोटा में
कोटा। केन्द्र सरकार द्वारा 15 अक्टूबर के बाद स्कूल, कोचिंग शुरू करने के लिए राज्य सरकारों को अधिकृत करने के साथ ही कॅरियर सिटी कोटा में पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थियों की उम्मीद जाग उठी है। देशभर के स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स को भी उम्मीद है कि (Rajasthan Government) राजस्थान सरकार भी जल्द ही कोटा में क्लास रूम कोचिंग शुरू करने की अनुमति दे देगी। यही कारण है कि कोटा में स्टूडेंट्स लौटने लगे हैं। कोचिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए लगातार न केवल पूछताछ हो रही है, वरन बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स कोटा आ रहे हैं और कोचिंग में प्रवेश ले रहे हैं। कई स्टूडेंट्स ने तो हॉस्टल और पीजी में रहकर पढ़ाई भी शुरू कर दी है।
कोटा कोचिंग को और अधिक बल यहां के बेहतर परिणाम से भी मिल रहा है। हाल ही में जेईई-एडवांस्ड में न केवल टॉप 10 में यहां के (ALLEN Career Institute) एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के वैभव राज को एआईबार-3 और आर मुहिन्द्र ने एआईआर-4 हासिल की। टॉप 100 में भी बड़ी संख्या में कोटा कोचिंग के स्टूडेंट्स शामिल रही। यही नहीं देश की सबसे बड़ी एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा में भी कोटा के परिणाम बहुत बेहतर आने वाले हैं। इसे देखते हुए भी कोटा की क्लासरूम कोचिंग के लिए स्टूडेंट्स में उत्सुकता नजर आ रही है। स्टूडेंट्स का कहना है कि कोविड गाइड लाइन्स की पालना करते हुए हम पढ़ाई करने के लिए तैयार हैं। इधर, पेरेन्ट्स का मानना है कि ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावी नहीं है। क्लासरूम कोचिंग का मुकाबला नहीं है और हम अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयार हैं, क्योंकि ज्यों-ज्यों दिन निकल रहे हैं वैसे-वैसे ही नुकसान हो रहा है।
लॉकडाउन से भी प्रभावित नहीं हुए रिजल्ट
कोरोना संक्रमण जैसे वैश्विक संकट के तहत लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद कोटा कोचिंग का परिणाम प्रभावित नहीं हुआ। लॉकडाउन के दौरान भी स्टूडेंट्स को लगातार विभिन्न सोशल मीडिया व पब्लिक मीटिंग प्लेटफार्म की मदद से स्टूडेंट्स का मार्गदर्शन किया गया। यही कारण रहा कि कोटा कोचिंग के स्टूडेंट्स ने जेईई-एडवांस्ड में टॉप 10 में 2 तथा टॉप 100 में करीब 50 स्टूडेंट्स शामिल हुए। यही नहीं नीट के परिणाम भी कोटा के लिए बहुत बेहतर आने की संभावनाएं हैं।
कोरोना काल में मजबूत हुई कोटा की साख
कोविड टाइम में कोटा की छवि और अधिक मजबूत हुई है क्योंकि पूरे देश में कोटा ही एकमात्र ऐसा शहर था जहां स्टूडेंट्स की अभूतपूर्व केयर की गई। कोविड के दौरान कोटा से 50 हजार स्टूडेंट्स को सकुशल, स्वस्थ उनके घरों तक भेजा गया। इसमें कोटा के कोचिंग संस्थानों के साथ-साथ यहां के जिला प्रशासन, राज्य सरकार और केन्द्र सरकार तक का सहयोग रहा। यही नहीं यह भी एक कीर्तिमान ही रहा कि कोटा से ही कोविड टाइम में पहली बार ट्रेन की सुविधा स्टूडेंट्स के लिए शुरू की गई। कोटा से झारखंड और बिहार के लिए ट्रेनों से हजारों स्टूडेंट्स को भेजा गया।
सबसे तेज बदलाव का उदाहरण बना कोटा
कोटा के कोचिंग संस्थान पूरे देश में क्लासरूम कोचिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान क्लासरूम कोचिंग बंद हो गई जो अभी भी बंद है लेकिन कोटा कोचिंग की पढ़ाई बंद नहीं हुई। यहां एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट समेत बड़े संस्थानों ने इस दौरान सबसे तेज क्लासरूम से ऑनलाइन कोचिंग में बदलाव का रिकॉर्ड कायम किया। लॉकडाउन के दौरान ही यहां के फैकल्टीज ने घर से लेक्चर देते हुए स्टूडेंट्स की पढ़ाई जारी रखी। देशभर के स्टूडेंट्स को घर पर ही क्लासरूम का फील देते हुए पढ़ाई करवाने में सफलता हासिल की। सबसे कम समय में ऑनलाइन एजुकेशन के प्लेटफार्म पर कोटा के कोचिंग संस्थान स्थापित हुए।
स्वागत के लिए तैयार
कोटा एक बार फिर स्टूडेंट्स के स्वागत के लिए तैयार है। यहां स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स आने लगे हैं। कोचिंग संस्थानों में प्रवेश शुरू हो चुके हैं। कोटा स्टूडेंट्स का स्वागत करने के लिए कोटा तैयार है जो आईआईटीयन या डॉक्टर बनने का सपना लिए कोटा आने लगे हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड या शहर के होटल, लगभग सभी जगह इन दिनों पेरेन्ट्स व स्टूडेंट्स देखने को मिल रहे हैं।कोटा में वो सब कुछ है जो एक विद्यार्थी को चाहिए।
20 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स आ चुके
कोविड टाइम के बाद जैसे ही जेईई और नीट की परीक्षाएं खत्म हुई और अब परिणाम आए, यहां आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने लगी है। कोटा में वर्तमान में करीब 20 हजार स्टूडेंट्स एवं पेरेन्ट्स हैं। रोजाना कुछ-कुछ स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स बस, ट्रेन व स्वयं के वाहनों से कोटा आ रहे हैं और एडमिशन लेने लगे हैं।
राष्ट्रीय स्तर की स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा
कोटा में देश के लगभग हर राज्य से स्टूडेंट मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं। वर्ष दर वर्ष विद्यार्थियों का आंकड़ा बढता ही जा रहा है। कोटा के कोचिंग संस्थानों में दाखिला लेने का सबसे बड़ा फायदा है कि यहां स्टूडेंट्स को सीमित नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्द्धा का माहौल मिलता है। यहां एक स्टूडेंट को खुद को हजारों के बीच खुद को साबित करना होता है। कोचिंग संस्थानों में साप्ताहिक टेस्ट होते हैं, जिससे उनकी कमजोरी दूर होती है और अगले टेस्ट में पिछले की अपेक्षा बेहतरीन परफॉर्म कर पाते हैं।
कोटा में हर सुविधा मौजूद
यहां हर वो सुविधा है जो एक स्टूडेंट को चाहिए। इसकी वजह से अभिभावक भी निश्चिंत होकर यहां छोड़ जाते हैं। सभी कोचिंग संस्थानों से मात्र एक किलोमीटर के दायरे में सुख-सुविधा से लैस हॉस्टल्स, पीजी, शॉपिंग मॉल, मैस, विभिन्न तरह के रेस्टोरेंट्स, हॉटल व हॉस्पिटल्स आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहती है। यहां आने वाले कई स्टूडेंट्स के साथ उनकी माताएं भी रहती है। ऐसे में उनके लिए यहां अपार्टमेंट भी हैं।
जल्द क्लास शुरू होने की उम्मीद
– उत्तर प्रदेश में सबकुछ शुरू हो गया है, मुझे अपने अगले साल की चिंता है। नीट की पढ़ाई करनी है, जो पढ़ाई क्लासरूम में होती है उसका मुकाबला नहीं, इसीलिए कोटा आ गया हूं, उम्मीद है जल्द ही क्लासेज शुरू होंगी, इसलिए यहीं रहकर पढ़ाई कर रहा हूं। – देवेश पाण्डे, गौरखपुर, उत्तरप्रदेश
ऑनलाइन प्रभावी नहीं
– ऑनलाइन पढ़ाई में बोर हो जाता हूं, डर है कहीं पढ़ाई में पीछे नहीं रह जाऊं, इसलिए कोटा आ गया हूं। यहां एलन में एडमिशन भी ले लिया है। अगले साल जेईई देना है, ऐसे में ऑफलाइन क्लासेज बहुत मददगार होगी। मैंने यहां हॉस्टल में रहने की भी व्यवस्था कर ली है। – आकाश वर्मा, झालावाड़
स्टूडेंट्स आने लगे हैं, अब जल्द शुरू हो कोचिंग
– केन्द्र सरकार द्वारा अनलॉक की गाइड लाइन में स्कूल-कोचिंग के लिए 15 अक्टूबर का समय देने तथा राज्य सरकार को अधिकृत करने के बाद स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स का कोटा आना शुरू हो गया है। रोजाना स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स आने लगे हैं। उम्मीद है राज्य सरकार जल्द क्लोसज शुरू करने की अनुमति देगी। – शुभम अग्रवाल, अध्यक्ष, चम्बल हॉस्टल एसोसिएशन, कोटा
हॉस्टल गाइड लाइन की पालना करेंगे
– हमें विश्वास है कि राज्य सरकार जल्द स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स के निवेदन को समझेगी और क्लासेज शुरू करेगी। क्योंकि इसकी स्टूडेंट्स को बहुत जरूरत है। यहां के हॉस्टल संचालक सरकार की गाइड लाइन के अनुसार हर सावधानी बरतने को तैयार हैं। गाइड लाइन की पूरी तरह से पालना की जाएगी। – सुनील अग्रवाल, अध्यक्ष, कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन, कोटा
राज्य सरकार के दिशा-निर्देश का इंतजार
केन्द्र सरकार की गाइड लाइन के बाद अब राज्य सरकार की गाइड लाइन का इंतजार है। राज्य सरकार की गाइड लाइन जारी करने के बाद ही संस्थान शुरू किए जाएंगे। स्टूडेंट्स की सुरक्षा व स्वास्थ्य ही हमारी प्राथमिकता रहेगी। नियमों की पालना के लिए तैयारी कर ली गई है। स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स एडमिशन के लिए लगातार आ रहे हैं, फिलहाल जब तक सरकार क्लासरूम कोचिंग की अनुमति नहीं देती तब तक ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से पढ़ाई करवाई जा रही है। – नवीन माहेश्वरी, निदेशक, एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट