कोटा। देश के 23 प्रौद्योगिकी संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जेईई-एडवांस्ड का परिणाम आने के बाद शुरू हुई काउंसलिंग के साथ ही स्टूडेंट्स ने आईआईटी और इसमें संचालित किए जाने वाली ब्रांचेंज के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया है।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष 23 आईआईटी की 16 हजार 53 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। जिसमें 1533 सीटेंं सुपर न्यूमरेरी कोटे से फीमेल पूल में आवंटित की जाएगी। इसके साथ ही 4 आईआईटी में आठ नई ब्रांचेंज की शुरूआत की गई है, इसमें आईआईटी हैदराबाद में बायो मेडिकल की 20 सीटें, जोधपुर आईआईटी में केमिकल की 42, सिविल एवं इन्फ्रा स्ट्रक्चर इंजीनियरिंग की 42, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एवं डेटा साइंस की 42 व मेटेरियल इंजीनियरिंग की 42 सीटें, आईआईटी दिल्ली में इंजीनियरिंग एण्ड कम्प्यूटेशनल मैकेनिक्स की 40, मटीरियल इंजीनियरिंग की 40 एवं भिलाई की डेटा एण्ड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की 20 सीटें शामिल हैं। वर्तमान एवं आगामी समय की जरूरतों को देखते हुए ये ब्रांचेंज शुरू की गई है।
टॉप आईआईटी में इतनी बढ़ी सीटें
आहूजा ने बताया कि इस वर्ष कुल 2007 बढ़ी सीटों में आईआईटी मुम्बई की 280, दिल्ली की 148, कानपुर की 35, मद्रास की 135 व खड़गपुर की 246 व रूडकी की 181 एवं गुवाहाटी की 79 सीटें शामिल हैं। इन सभी आईआईटी में जेईई-एडवांस्ड में अच्छी रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अपनी ब्रांच की रूचि के अनुसार प्रवेश लेने के लिए इच्छुक लेते हैं। आहूजा ने बताया कि आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश के लिए जोसा काउंसलिंग जारी है, विद्यार्थी 110 इंजीनियरिंग कॉलेजों की 600 से ज्यादा प्रोग्राम्स को प्राथमिकता के घटते क्रम में भरने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं। इसके लिए विद्यार्थियों को ब्रांचों के स्कोप एवं स्वयं की रूचि को देखते हुए कॉलेज ब्रांच प्रिफ्रेंस को बनाना चाहिए ताकि वो जोसा काउंसलिंग में किसी भी राउण्ड में सीट आवंटित होने पर फ्लोट एवं स्लाइड के विकल्प को चुनकर आगे की राउण्ड की काउंसलिंग में भाग ले सके।