कोटा। देश के कुल 107 काॅलेजों की 50 हजार 798 सीटों के लिए (IIT, NIT Joint Counseling 2020)जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग जारी है। विद्यार्थी 15 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व काॅलेज ब्रांचेंज की च्वाइसेज भर सकते हैं। ज्वाइंस सीट काउंसलिंग का प्रथम माॅक सीट अलोकेशन सोमवार, 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा। माॅक सीट अलाॅकेशन में 11 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक जो विद्यार्थी अपनी काॅलेज च्वाइस भरेंगे, उनके आधार पर यह प्रथम माॅक सीट अलाॅकेशन जारी किया जाएगा। प्रथम राउंड का सीट आवंटन 17 अक्टूबर को सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा। यह काउंसलिंग प्रक्रिया 13 नवंबर तक छह चरणों में संपन्न होगी।
सीएस में बढ़ी 205 सीटें
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष 23 आईआईटी में 2 हजार 7 सीटें बढ़ाई गई है। जिसमें सीएस ब्रांच में इस वर्ष 205 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। सीएस ब्रांच विद्यार्थियों की सबसे पसंदीदा ब्रांच है। इलेक्ट्रिकल ब्रांच की 233, इलेक्ट्रोनिक्स एवं कम्यूनिकेशंस ब्रांच की 90, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की 48, डेटा साइंस की 25, मैथ एवं कम्प्यूटिंग की 65, सिविल की 219, मैकेनिकल की 235, कैमिकल की 185 सीटें बढ़ाई गई हैं। ये बढ़ी हुई सीटें इन कोर्सेज की चार साल एवं पांच साल अवधि कोर्स की हैं। इन सभी ब्रांचेज को विद्यार्थी आईआईटी को चुनते समय प्राथमिकता देते हैं। क्योंकि ये सभी ब्रांचेज ही अपना-अपना अच्छा स्कोप रखती हैं। इन ब्रांचों में सीटें बढ़ने से विद्यार्थियों को गत वर्ष के मुकाबले थोड़ी पीछे रैंक आने पर भी प्रवेश मिलना संभव है।
च्वाइस फिलिंग में इन बातों का रखें ध्यान
आहूजा ने बताया कि आहूजा ने बताया कि विद्यार्थियों को च्वाइस फिलिंग का अवसर एक बार ही दिया गया है, अतः विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों के विकल्प को अपनी प्राथमिकता के घटते क्रम में भरें। विद्यार्थी गत वर्षों की कॉलेजों की ओपनिंग एवं क्लोजिंग रैंकों को देखते हुए कॉलेजों को चुनने के ट्रेण्ड का अनुमान लगा सकते हैं। विद्यार्थी अपनी रैंक के अनुसार गत वर्षों की क्लोजिंग रैंक से नीचे की रैंक वाले कॉलेज ब्रांचों को भी अपनी रुचि अनुसार कॉलेज प्राथमिकता सूची के क्रम में शामिल करे। जोसा काउंसलिंग में कॉलेजों को भरने से पूर्व अपनी प्राथमिकता के कॉलेजों की सूची कागज पर बनाकर उसका आंकलन कर ही ऑनलाइन भरें ताकि गलती होने की संभावना ना रहे। विद्यार्थियों को कॉलेज च्वाइस लॉक करने से पूर्व अवश्य पूर्ण चेक करें क्योंकि लॉक करने के उपरान्त उसमें बदलाव संभव नहीं होंगे।