वैभव राज (बेगूसराय, बिहार)
जेईई-एडवांस्ड रैंक -3rd
पिताः सुनील कुमार रॉय (सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर, डीजीक्यूए)
मांः सुधा रॉय (गृहिणी)
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
जेईई एडवांस्ड में ऑल इंडिया 3rdरैंक प्राप्त करने वाले बेगुसराय बिहार के वैभवराज ने बताया कि एडवांस्ड की काफी अच्छी तैयारी थी इसलिए मैं सफलता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त था। 2018 में आईआईटी में प्रवेश का सपना लेकर कोटा आया और एलन में एडमिशन लिया। मां के साथ यहां रहा, उन्होंने मेरा पूरा साथ दिया। मैं इससे पूर्व आईजेएसओ में गोल्ड मेडल हासिल कर चुका हूं। 10वीं कक्षा 98 प्रतिशत एवं 12वीं कक्षा 99 प्रतिशत अंकांं से पास की है। एनटीएसई स्कोलर हूं और जेईई मेन्स में ऑल इंडिया 45वीं रैंक थी। इसके अलावा फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ एवं एस्ट्रोनोमी ओलंपियाड में कैम्प के लिए चयनित हो चुका हूं, जबकि केवीपीवाय में कक्षा 10वीं में आल इंडिया 21वीं एवं 12वीं कक्षा में सातवीं रैंक प्राप्त की। पिता सुनील कुमार रॉय रक्षा मंत्रालय में गुणता आश्वासन महानिदेशालय (डायरेक्टर जनरल ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस) में सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर हैं। मां सुधा रॉय गृहिणी हैं तथा बड़ा भाई विशाल राज आईआईटी खड़गपुर में अध्ययनरत है। कोटा आने के बाद मुझमें काफी बदलाव आए जोकि मेरे लिए अच्छे साबित हुए। सबसे मुख्य तो आत्मविश्वास मजबूत हुआ। कोटा आने से पहले मुझे कैमेस्ट्री से डर लगता था लेकिन अब वहीं मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है। मैंने स्ट्रेटेजी बनाकर जेईई की तैयारी की थी। सारे चैप्टर की लिस्ट बनाकर इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स को बाहर निकाला, फिर शेड्यूल बनाकर समझा।
खुद के स्टार्ट अप का सपना
लॉकडाउन से यह फायदा हुआ कि एक बार फिर से सिलेबस को रिवीजन करने का मौका मिल गया। दूसरे चरण के लॉकडाउन और परीक्षा लगातार आगे खिसकने से थोड़ा परेशान हुआ लेकिन एलन की फैकल्टीज ने मोटिवेट किया। मैंने एक बार फिर लॉकडाउन में एक-एक टॉपिक का गहराई से रिवीजन किया। आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से बीटेक करने के बाद खुद का स्टार्ट अप खोलने का सपना है।
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