Battle of Nagi : श्रीगंगानगर। भारत -पाकिस्तान 1971 युद्व (Nagi Battle 1971) में भारत की जीत के 50 साल पूरे होने पर आठ दिन तक भारतीय सेना (Indian Army) और नागरिक मंच की और से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सुदर्शन चक्र डिविजन (Sudarshan Chakra Division) और श्रीगंगानगर के नग्गी (श्रीकरणपुर) के स्थानीय लोगों का योगदान और शहीदों की याद में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
इस आयोजन से युवाओं में देशप्रेम और साहस, शोर्य का जज्बा और जागरुकता करना भी उद्वेश्य है।
इसी दौरान भारत -पाक सीमा (Indo-Pak Border) के करीब साधुवाली कैंट में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गय। इसके साथ ही 01 दिसंबर से 25 दिसंबर 2021 तक देश भर में प्रविष्टियां प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन मंच पर भारत के सभी नागरिकों के लिए एक पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। 27 दिसंबर 2021 को युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों और उनके परिजनों को इस दौरान सम्मानित किया जाएगा।
श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से मार्शल धुन
एक सांस्कृतिक कार्यक्रम जिसमें नागी की लड़ाई को लेजर शो के रूप में फिर से बनाया जाएगा। सामूहिक बैंड प्रदर्शन, भी आयोजित किया जाएगा जो बहादुरों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से मार्शल धुन बजाएगा।
इस कार्यक्रम में वीर सैनिकों, सेवारत कर्मियों, नागरिक गणमान्य व्यक्तियों, सेना कर्मियों के परिवारों के भाग लेंगे। ’नागी दिवस’ कार्यक्रम 28 दिसंबर 2021 को ’नागी युद्ध स्मारक’ में होगी।
कार्यक्रमों में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए सेना के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण करना शामिल होगा। इस कार्यक्रम में युद्ध के दिग्गज और युद्ध के वीर शामिल होंगे।
1971 युद्व में नग्गी का इतिहास
25/26 दिसंबर 1971 को, पाकिस्तान ने 16 दिसंबर 1971 को युद्धविराम की घोषणा के बाद, नागी में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। नागी ने पश्चिमी मोर्चे के साथ एक भीषण लड़ाई देखी जिसमें हमारी सेना ने पाकिस्तान को हासिल करने के प्रयास को कुंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । लड़ाई भारतीय सेना के सच्चे लोकाचार का प्रतीक है, जिसमें 21 बहादुर दिलों ने सर्वोच्च बलिदान दिया और राष्ट्र के सम्मान की रक्षा की।