करणपुर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर का बुधवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वे 751 वर्ष के थे। वे पिछले कुछ दिनों से एम्स में जेरिएट्रिक मेडिसिन वार्ड में अपना इलाज ले रहे थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी कुन्नर के निधन पर शोक जताया है।
कुन्नर को 12 नवंबर 2023 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के प्रमाण पत्र के अनुसार कुन्नर का निधन सेप्टिक शॉक और गुर्दे की बीमारी के कारण हुआ है।
कुन्नर करणपुर सीट से कांग्रेस पार्टी से विधायक थे और विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने उन्हे उम्मीदवार बनाया था।
मुख्यमंत्री गहलोत ने जताया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर टविट् पर कहा कि, करणपुर से विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन की सूचना से मुझे बेहद दुख हुआ है। श्री कुन्नर लंबे समय तक अस्वस्थ होते हुए भी अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए हमेशा प्रयासरत रहते थे। कुन्नर साहब का निधन कांग्रेस पार्टी एवं राजस्थान की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।
करणपुर से विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन की सूचना से मुझे बेहद दुख हुआ है। श्री कुन्नर लंबे समय तक अस्वस्थ होते हुए भी अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए हमेशा प्रयासरत रहते थे। कुन्नर साहब का निधन कांग्रेस पार्टी एवं राजस्थान की राजनीति के लिए अपूरणीय…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 15, 2023
बीकानेर पश्चिम से कांग्रेस प्रत्याशी डा.बी.डी.कल्ला ने ट्विट कर कहा कि करणपुर से विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन की सूचना बेहद दुखद है। कुन्नर साहब का निधन कांग्रेस पार्टी एवं राजस्थान की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की कामना करता हूँ।
राजस्थान में 199 सीटों पर होगा विधानसभा चुनाव
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 200 सीटों पर 25 नवंबर 2023 को चुनाव होने है। अब प्रदेश में 199 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे।
सरपंच से विधायक तक का राजनीतिक सफर
गुरमीत सिंह कुन्नर करणपुर से तीन बार विधायक रहें है। कुन्नर ने अपना राजनीतिक सफर 1980 में ग्राम पंचायत सरपंच से की और अपने संघर्ष और जनता में प्रेम अपनी कार्यकुशलता से आमजनता में उनकी अलग छवि थी। वर्ष 1988 में पंचायत समिति पदमपुर के प्रधान बने और 1995 में उपजिला प्रमुख भी बने। 1998 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीतकर विधानसभ पहुंचे और बाद में 2008 में निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में जीते। वर्ष 2018 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते और विधानसभा तक पहुंचे।
Tags : Gurmeet Singh Kunnar , Karanpur, MLA, AIIMS Delhi,