-ज्योर्तिवद्वि विमल जैन
दिवाली पर्व पर भाईदूज का भी बड़ा महत्व है। इस दिन को बहने अपने भाई को अपने घर पर भोजन कराती है, जिससे कि आपसी स्नेह भाव बना प्रगाढ़ हो और भाई की लंबी उम्र हो।
ज्योतिषविद् विमल जैन ने बताया कि दीपोत्सव का पंचम व अन्तिम पर्व भैया दूज के रूप में मनाया जाता है। भाई-बहन के स्नेह का पर्व भैयादूज, यमद्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भैयादूज के दिन बहन के घर भाई को जाकर भोजन करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को यम का पूजन किया जाता है, जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। 15 नवम्बर, बुधवार को यह पर्व मनाया जायेगा।
Bhai Dooj 2023 : भाईदूज का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषविद्वि ने बताया कि इस बार द्वितीया तिथि 14 नवम्बर, मंगलवार को दिन में 2 बजकर 37 मिनट से 15 नवम्बर, बुधवार को दिन में 1 बजकर 48 मिनट तक रहेगी। भैया दूज के दिन भाई बहन के घर जाकर उसके हाथ से बना भोजन ग्रहण करता है।
आज बहनें रीति-रिवाज के मुताबिक अपने भाइयों को टीका लगाकर उनके दीर्घायु व शुभ मंगल की कामना करती हैं। उसे भगवती लक्ष्मीजी की कृपा से सुख-समृद्धि, खुशहाली प्राप्त होती है। भाई-बहन एक दूसरे को उपहार प्रदान करते हैं। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान चित्रगुप्त की जयन्ती मनाने की मान्यता है। इस दिन कलम दवात की भी पूजा-अर्चना की जाती है।
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