कोटा। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन (JEE (Main) examination)जो कि वर्ष में दो बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से आयोजित की जाती है, वर्ष 2021 में यह परीक्षा अब कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित की जाएगी। इसकी जानकारी गुरुवार को केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट के माध्यम से दी। अब तक यह परीक्षा हिन्दी, अंग्रेजी व गुजराती भाषा में ही आयोजित की जाती थी।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि शिक्षा मंत्री के ट्वीट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सलाह पर यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का भी आधार रखा गया है। कई राज्यों के इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, इन राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं में अब जेईई-मेन परीक्षा भी होगी। साथ ही जिन राज्यों में जेईई-मेन के आधार पर इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश दिया जाता है, उन राज्यों की क्षेत्रिय भाषाओं में भी जेईई-मेन होगी, ताकि क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को सवालों को समझने में सुविधा हो।
आहूजा ने बताया कि वर्ष 2013 से जेईई-मेन परीक्षा आयोजित की जा रही है, जिसके माध्यम से जेईई-एडवांस्ड एग्जाम देने की पात्रता के साथ-साथ देश के 31 एनआईटी, 25 ट्रिपलआईटी एवं 28 जीएफटीआई की 33655 सीटों पर प्रवेश मिलता है, जिसमें हर वर्ष 12 लाख से अधिक स्टूडेंट्स परीक्षा देते हैं। पिछले दो वर्षों से इस परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार जनवरी व अप्रेल में करवाया जा रहा है। देशभर के अलावा यह परीक्षा विदेशों में करीब आधा दर्जन शहरों में होती है।