सरकार…. रामसर में कभी 108 एम्बुलेंस सेवा शुरू होगी
@राजू चारण
बाड़मेर। राज्य सरकार (Rajasthan Government)द्वारा आमजन को समय पर बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो इसके लिए (CM) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot) द्वारा आपातकालीन सेवाओं के रूप में (108 ambulance) 108-104 एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई थी, लेकिन स्वार्थी लोगों और चिकित्सा अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते रामसर में एम्बूलैंस सेवाएं बाड़मेर जिले के सरहदी क्षेत्रो में दम तोड़ती नजर आ रही हैं, जिसके चलते रामसर उप खंड मुख्यालय पर आसपास के ग्रामीणों को इनका उचित लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है।
बाड़मेर जिले के स्वास्थ्य केंद्रों की 108 सेवा कई दिनों से धूल फांकते हुए नजर आ रही है। ऐसे ही हालात आए दिन ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों की जननी एक्सप्रेस सेवाओं के हैं। एम्बुलेंस सेवाओं के खस्ताहालत से लोगों की आस टूटती दिखाई दे रही है। 108-104 पर काल करने के बाद यदि एम्बुलेंस गांवों में आ गई तो निकटतम अस्पताल पहुंचने में भी कभी कभार संशय रहता है।
बाड़मेर जिले के सरहदी गांवों में दुर्गम रास्तों के कारण एम्बुलेंसों के टायर जल्दी ही घिस जाते हैं।एम्बुलेंसो के टायर खस्ताहाल रास्तों में जितनी सर्विस संबंधित कम्पनी मांगती है। उतनी सर्विस ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाली 108-104 एम्बुलेंस सेवाएं नहीं दे पाती हैं, जिसके चलते इन दिनों ये सेवाएं मरीजों के लिए भी जानलेवा साबित हो रही हैं। बाड़मेर जिले में 108-104 एम्बुलेंस के टायर काफी दयनीय हालत में है। फिर भी अपनी जान को जोखिम में डाल कर चालक आपातकालीन सेवाओं के नाम पर धक्के लगा रहे हैं।आखिर एमरजेंसी सेवा जब धक्के खाना शुरू कर दे तो लोगों की जान बचाना कैसे संभव होगा।
रामसर क्षेत्र में एम्बूलैंस सुविधा के लिए समय-समय पर सवाई सिंह राठौड़ ,श्याम सुंदर शर्मा, कपील मालू ,प्रदीप कुमार, लुणकरण, अर्जुन मेगवाल, हाकम सिंह राजपुरोहित, ओमजी,हबीब खा बागलेशर ,नबाब गागरिया ,कमल सिंह राठौड़ जानकी, पूथ्वीसिह भाचभर,जानू खा सुवाडा ,ताज मोहम्द खारची, जेत मोहम्मद ओर अन्य लोगों द्वारा कई बार उपखंड अधिकारी सहित जिला मुख्यालय पर विराजमान अधिकारियों को अपनी फरियाद सौंपा लेकिन एम्बूलैंस सुविधा उपलब्ध तो अधिकारियों पर निर्भर करता है।
जिला मुख्यालय पर अधिकारियों से ज्यादा जानकारी लेने पर एक ही उत्तर मिलता है कि जल्द ही एम्बुलेंसों के टायर उपलब्ध करवा देंगे।108 एम्बुलेंस की बिगड़ती सेहत के बारे में एनजीओ के अधिकारियों को अवगत करवाया तब ईएमई द्वारा जल्द ही एम्बुलेंसों के टायर उपलब्ध करवाने की बात कही, लेकिन शुक्रवार को वही फटेहाल टायरों पर दौड़ा रही थी जिले की एम्बुलेंस ।
इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बाबूलाल विश्नोई ने बताया कि बाड़मेर जिले में पांच छः एम्बूलैंस की सख्त आवश्यकता है। जिले में संचालित होने वाली एम्बुलेंसों में से कुछ खस्ताहालत ओर पुरानी है,कभी कभार जिला मुख्यालय से आपातकालीन स्थिति में जोधपुर मरीजों को भेजना भी मुश्किल लगता है। कहीं रास्ते में ही ख़राब हो गई तो फिर मरीजों के रिश्तेदार लोगों का कोप भांजन होना पड़ेगा।