लखनऊ। उतरप्रदेश में (Up elections 2022) विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के (Cabinet Minister) कैबिनेट मंत्री (Swami Prasad Maurya) स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने अपने इस्तीफे में कहा कि ‘‘ श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रुप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उतरदायित्व कर निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण यूपी के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।’
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता जो खुद को तोप समझतें है। मैं 2022 में ऐसी तोप दागूंगा की वो ध्वस्त हो जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर गर्म है।
सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा#बाइसमेंबाइसिकल pic.twitter.com/BPvSK3GEDQ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 11, 2022
Who is Swami Prasad Maurya : जाने कौन है स्वामी प्रसाद मौर्य
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य कोईरी समुदाय से है और पांच बार विधायक रह चुके है। वर्ष 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। इससे पहले मौर्य बहुजन समाज पार्टी में थे। चार बार बहुजन समाज पार्टी से निर्वाचित हुए थे।
मौर्या की बेटी भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा सांसद है।
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का जन्म 2 जनवरी 1954 को प्रतापगढ़ में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा के बाद इलाहाबाद यूनिवसिर्टी से लाॅ में स्नातक और एमए की डिग्री हासिल की।
Swami Prasad Maurya Political Career : कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का राजनीतिक सफर
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने 1980 में राजनीति में कदम रखा। इसके बाद वह इलाहाबाद युवा लोकदल की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने। जून 1981 से 1989 तक महामंत्री पद पर रहे। वर्ष 1989 से 1991 तक यूपी लोकदल के मुख्य सचिव रहे।
Swami Prasad Maurya Resign from BJP : इस्तीफे के बाद मिले सपा से
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा देने के बाद सपा के अखिलेश यादव से मिले। जिसका फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।