लंदन की इंटरनेशनल टूरिज्म कॉन्फ्रेंस में चमके कोटा के पर्यटक स्थल

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कोटा यूनिवर्सिटी ने की शिरकत

कोटा। बिजनेस एंड टेक्नेलॉजी पर लंदन में हुई चौथी इंटरनेशनल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस(Virtual international conference) में कोटा यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कोटा यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा ने कहा कि कोरोना के दौर में अब टेक्नोलॉजी टूरिज्म का महत्वपूर्ण टूल हो जायेगी। ऐसे में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये नये बदलाव करने होंगे।

कोरोना संकट के बावजूद देश के राज्यों में टूरिज्म फिर से गति पकड़ने लगा है। जो अब तक वर्चुअल टूर, ऑनलाइन ट्रेवल या होटल बुकिंग नहीं कर रहे थे, वे अब सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे हैं। स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये यह जरूरी भी है।

डॉ.अनुकृति लंदन मे चौथी ऑनलाइन ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में सेशन चेयर करते हुए बोल रही थी। उन्होंने कहा कि कोविड से पर्यटन उद्योग को हुए नुकसान से जल्दी उबरना होगा। उम्मीद है कि सरकारों के प्रोत्साहन से पर्यटन क्षेत्र में जल्द उछाल देखने को मिलेगा।

पुणे के कॉरपोरेट सेक्टर में जॉब कर रही कोटा यूनवर्सिटी की स्कॉलर दीपिका ठाकुर ने वूमन ट्रेवलर्स, ट्रेंडस और भविष्य की अपेक्षाओं पर प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि इस सेगमेंट में 32 प्रतिशत की ग्रोथ प्रस्तावित है। वूमन ट्रेवलर्स के ट्रेंड को देखते हुए डेस्टिनेशंस की री-ब्रॉडिंग करते हुए सेफ्टी को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि चंबल किनारे बसे कोटा में इको एवं नेचर पर्यटन के विकास को बढ़ावा देने की बहुत संभावनायें है। चंबल रिवर फ्रंट और कोटा से गैपरनाथ तक बोटिंग व क्रूज की प्लानिंग से हाडौती सर्किट के टूरिज्म में उछाल आ सकता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ कोटा में गेस्ट फैकल्टी डॉ.श्रुति अरोरा ने कहा कि टूरिस्ट के लिए लोकल फूड एक मोटिवेटर का काम कर सकता है। कोविड के बाद अब टूरिस्ट जायके साथ हाईजीन को भी महत्व देंगे। इस पहलू पर लोकल वेंडर्स को पूरे ध्यान से काम करना होगा। दुनिया के सैलानी धूल व गंदगी से दूर रहना पसंद करते हैं। हमें पर्यटक स्थलों पर स्वच्छता को प्राथमिकता देनी होगी।kOTA

ऑनलाइन कांफ्रेन्स में भारत के अतिरिक्त बांग्लादेश, ओमान, ऑस्ट्रेलिया और यूके के शिक्षाविद व रिसर्च स्कॉलर्स शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस में प्रोफेसर डेविड वियर, डॉ. डाबा चौधरी, अशरफुल खान, सारत दास, डा. अलिर हुसैन सहित अन्य एक्सपर्ट्स ने अपने विचार रखे। कांन्फ्रेंस में टूरिज्म के विभिन्न पहलूओं और भविष्य पर भी मंथन किया गया।

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