जयपुर। देशभर में ई-कॉमर्स व्यापार के चलते बड़ी बड़ी कंपनियां छोटे छोटे स्टोर खोलने पर मजबूर हो रही हैं, ये सभी कंपनिया सीधे घर —घर तक सामान को आसानी से पहुंचा रही है। इसलिए ई-कॉमर्स के बाजार को और अधिक गति मिल रही है।
ऐसे में इन स्टोर्स पे रखे सामान की गिनती रखरखाव, एक्सपायरी, डैमेज का आकलन एक अहम कार्य है। एक ओर जहाँ इंडस्ट्री आधारित स्टोरेज व्यवस्था, अलग प्रोडक्ट डिज़ाइन और ऑडिट फ्रीक्वेंसी के चलते इसका आकलन करने के लिए ट्रेंड रिसोर्सेज मिलना बेहद मुश्किल है। वही दूसरी ओर कॉमर्स पढ़ रहे स्टूडेंट्स को इस क्षेत्र की न तो पूर्ण जानकारी है और न ही पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। जो मौजूदा विकल्प हैं वो सिर्फ बिचौलियों की तरह बिना पारदर्शिता के क्लाइंट और सर्विस प्रोवाइडर का मिलान करवा रहे हैं। जिससे एक्सपेक्टेशन और एक्सक्यूशन में बड़ा अंतर आ रहा है।
ऑडिट स्पेस में इसी कमी को दूर करने के लिए बियॉन्ड एपीफेनी सोलूशन्स नामक कंपनी ने वेरिफायर ऐप को स्टार्ट किया गया है। कंपनी के सलाहकार सीए, अभिजित शर्मा ने बताया कि “आजकल कंपनीज कम ऑडिट कॉस्ट में बेहतर काम चाहती है जिस समस्या का समाधान इस ऐप द्वारा हो सकेगा।
इस ऐप में जुड़ने वाले युवाओं को इंडस्ट्री स्पेसिफिक ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे उनके पास बेहतर रोजगार के अवसर भी विकसित होंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आई ए एस, बी,एल गुप्ता थे।
कंपनी की डायरेक्टर निधि शर्मा एवं रीता सिंहा ने बताया कि ये ऐप अभी 3 महीने तक इनहाउस यूज़ की जाएगी और ये अभी प्लेस्टोरे पर उपलब्ध है व शीघ्र ही इसका आईफ़ोन वर्शन भी आएगा।