जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल (Shanti Kumar Dhariwal)ने शुक्रवार को विधानसभा (Rajasthan Assembly) में कहा कि राज्य सरकार द्वारा नशीले पदार्थों की आपूर्ति एवं बिक्री पर लगाम लगाने के लिए गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है। नशीले पदार्थों के व्यापार में लिप्त अपराधियों की धर पकड के लिए राज्य में एसओजी को तैनात किया गया है। साथ ही विशेष ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ भी चलाया जा रहा है, जिसके अच्छे परिणाम सामने आये हैं।
श्री धारीवाल प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्नों का गृह मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोटा, झालावाड़, प्रतापगढ़ आदि क्षेत्रों में मादक पदार्थों के उत्पादन के मामले सामने आते रहते हैं। इन स्थानों पर नारकोटिक्स विभाग के कार्यालय संचालित हैं और समय-समय पर इनके द्वारा छापे मारने की कार्यवाही की जाती है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा भी पड़ौसी राज्यों की पुलिस के सहयोग से मादक पदार्थों की बिक्री और सप्लाई रोकने का काम किया जाता है, लेकिन इसमें पर्याप्त सफलता नहीं मिलने के कारण राज्य में अब यह काम एसओजी को भी सौंपा गया है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2019 में ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ भी शुरू किया गया है।
इससे पहले विधायक श्री लक्ष्मण मीणा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में श्री धारीवाल ने बताया कि यह सही है कि विधानसभा क्षेत्र बस्सी के कस्बों तथा गांवों में युवाओं में स्मैक अफीम, गांजा जैसे नशीले पदाथोर्ं के सेवन की प्रवृत्ति दिनों-दिन बढ रही है जिसके विरूद्ध पुलिस द्वारा निरन्तर कार्यवाही की जा रही है। पिछले 2 वषोर्ं में बस्सी, कानोता, तूंगा, कोटखावदा तथा शिवदासपुरा थाने में एन. डी. पी. एस. एक्ट के तहत 2019 में 18 एवं 2020 में 29 (कुल 47) अभियोग दर्ज हुए है। जिसमें बरामद किये गये नशीले पदाथोर्ं एवं एनडीपीएस एक्ट में पकडे गए 2019 में 22 एवं 2020 में 50 (कुल 72) मुल्जिमों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा युवाओं में नशीले पदाथोर्ं के सेवन पर प्रभावी नियंत्रण तथा नशीले पदाथोर्ं की आपूर्ति करने वालों की धरपकड के संबंध में कार्यवाही की गई है। उन्होंने पुलिस विभाग द्वारा प्रदेश में नशीले पदाथोर्ं के विरूद्ध वर्ष् 2019-2020 में एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई कार्यवाही का वर्षवार विवरण सदन के पटल पर रखा।