जयपुर। राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर करौली जिले (Karauli District)के सपोटरा क्षेत्र के बूकना गांव में मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव को (burning the priest)जिंदा जलाकर मारने की घटना को निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह लोमहर्षक घटना गहलोत सरकार के जर्जर कानून व्यवस्था का एक और नमूना है।
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार के विगत 20 माह के कार्यकाल में कानून व्यवस्था दिन-प्रतिदिन विकराल रूप ले पूर्णतया जर्जर हो चुकी है जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस सरकार के शासन में ना आमजन सुरक्षित है और ना आस्था के केंद्र, ना दलित सुरक्षित है और ना महिलाएं व बेटियां।
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के पद पर आसीन अशोक गहलोत की विफलता अब चहुंओर बोल रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (छब्त्ठ) के नवीनतम आंकड़ें ये साबित करते हैं कि कांग्रेस शासन में राजस्थान में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि वह भयमुक्त होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए कानून व्यवस्था का मखौल उड़ा रहे हैं।
राठौड़ ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा पुजारी को जिंदा जलाने की हृदयविदारक घटना राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान है। राज्य सरकार हर बार ही तरह इस मामले में भी निष्क्रिय साबित हुई है। घटना के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं होना पुलिसिया कार्यवाही पर सवाल खड़े कर रही है।
राठौड़ ने राज्य सरकार से घटना के दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर पीडि़त परिवार को अतिशीघ्र न्याय दिलाने की मांग की है।