जयपुर। राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने एक बयान जारी कर किसान संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद के समर्थन में उतरी कांग्रेस पार्टी द्वारा भेजे गए गुंडों द्वारा पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में भाजपा प्रदेश मुख्यालय के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट व पथराव की घटना को घोर निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
राठौड़ ने कहा कि भारत बंद के नाम पर कांग्रेस पार्टी अपने समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के गुंडे भाजपा मुख्यालय भेजकर हिंसात्मक आचरण अपना रही है और दुकानदारों को डरा-धमकाकर जबरन दुकानें बंद करवा रही है लेकिन स्वस्थ लोकतंत्र में ऐसे राजनीतिक हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
राठौड़ ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस का राजनीतिक वजूद धीरे-धीरे खत्म हो रहा है इसलिए कांग्रेस पार्टी अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए किसान हितैषी होने का ढोंग करके उनके आंदोलन में जानबूझकर कूद रही है और हिंसात्मक व अलोकतांत्रिक तरीकों से बंद का समर्थन कर अन्नदाता को बदनाम कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार द्वारा कृषकों के हितों में किए गए कार्यों और योजनाओं को राजनीतिक चश्मे से देखने वाले प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत गुंडों के सहारे हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार के इस दमनकारी रुख से भाजपा कतई दबने वाली नहीं है। कांग्रेस समर्थित गुंडों के समक्ष भाजपा कार्यकर्ता नहीं झुकेंगे और हर अन्याय का जवाब लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया जायेगा।
राठौड़ ने कहा कि किसानों से संबंधित सुधारों को लेकर बने कानून से किसान संगठनों की कुछ शंकाएं है जिसे मोदी सरकार सकारात्मक माहौल में निरंतर चर्चा कर दूर करने का काम कर रही है। लेकिन कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल अपने राजनीतिक मंसूबों को पूरा करने के लिए किसानों को भड़का रहे हैं और आंदोलन को हिंसात्मक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस आज भारत बंद के नाम पर अराजकता का माहौल पैदा करना चाहती है और राजनीतिक द्वेष को बढ़ावा दे रही है। कांग्रेस सरकार विपक्ष को जितना कुचलने की कोशिश करेगी, भाजपा उतनी ही शिद्दत से इसका प्रतिरोध करेगी और जनता के हितों के लिए लड़ेगी।