जयपुर । जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, जयपुर ने पीएचडीसीसीआई के सहयोग से ‘नवाचार, सशक्तिकरण और दूरदर्शी पहल’ विषय पर राजस्थान विकास संवाद-2023 का 7वां वार्षिक सेमिनार आयोजित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि राजस्थान में उद्यमी नवाचार के माध्यम से भविष्य को आकार दे रहे हैं।
कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि दिग्विजय ढाबरिया, अध्यक्ष, पीएचडीसीसीआई, राजस्थान चैप्टर और सीएमडी, ढाबरिया पॉलीवुड लिमिटेड ने राष्ट्रीय विकास में राजस्थान के उद्यमियों के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला।
जयपुरिया, जयपुर के निदेशक डॉ. प्रभात पंकज ने बताया कि यह सेमिनार चुनौतियों से निपटने और क्षेत्र की क्षमता को उजागर करने के लिए सहयोगात्मक और नवीन दृष्टिकोण की वकालत करने में मदद करेगा। इस अवसर पर एक व्यापक छात्र-संचालित एसएमई रिपोर्ट का भी अनावरण किया गया। यह रिपोर्ट राजस्थान के लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र में उद्योग विसर्जन कार्यक्रम के एक भाग के रूप में छात्रों द्वारा प्रत्यक्ष अंतर्दृष्टि पर आधारित है।
इसके बाद आयोजित विभिन्न सत्रों में राजस्थान के विकास के लिए महत्वपूर्ण विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इसके तहत ‘ग्रामीण पुनर्जागरण : राजस्थान के कल के लिए कृषि का पोषण’ विषय पर आयोजित सत्र में डॉ. अतुल गुप्ता, अध्यक्ष प्रबंध निदेशक, सनराइज एग्रीलैंड डेवलपमेंट एंड रिसर्च प्रा.लि., राधेश्याम शर्मा व लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए। ‘सशक्त राजस्थान: एक उज्जवल कल के लिए सामाजिक क्षेत्र के नवाचार’ सत्र में वात्सल्य लिगेसी एजुकेशन की संस्थापक निशा ग्रोवर ने अपने विचार व्यक्त किए।
Shani Dev ke Upay : शनिवार के दिन ये 5 काम मत करना, वरना लग जाएगी शनि की साढ़ेसाती
इसके अलावा प्रीति गोयल, संस्थापक, ड्रीम अचीवर क्लब, सुश्री लक्ष्मी अशोक, संस्थापक, शिल्पायन संस्थान, आई-इंडिया की प्रोजेक्ट मैनेजर सुश्री लवीना राठौड़ ने भी अपने विचार साझा किये। ‘राजस्थान पुनर्जागरण: निवेश और व्यापार के अवसरों की खोज’ में आर.के गुप्ता, रेजिडेंट डायरेक्टर, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जैसे प्रतिष्ठित वक्ता शामिल हुए। वहीं, वीएस शेखावत, निदेशक, वीएस शेखावत एंड एसोसिएट्स और प्रहलाद राय, प्रबंधक, राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और निवेश निगम लि. (आरआईआईसीओ) ने भी अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। ‘राजस्थान रीइमेजिन्ड : क्राफ्टिंग टुमॉरोज़ हेरिटेज, डिज़ाइनिंग फ्यूचर टूरिज्म’ के सत्र में राधिका पचार, निदेशक, पचार ग्रुप ऑफ होटल्स, स्टूडियो इनफिनिट के आर्किटेक्ट शिवांग अग्रवाल और वीएबी कंसल्टेंसी सॉल्यूशन के निदेशक विष्णु गोयल ने अपने विचार साझा किए।
‘शैक्षिक दूरदर्शी : राजस्थान में चुनौतियों को अवसरों में बदलना’ सत्र में डॉ. आर.एल. रैना, कुलपति/अध्यक्ष, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के चेयरमैन डॉ.अनूप सिंह पूनिया और परिष्कार इंटरनेशनल कॉलेज के चेयरमैन डॉ. राघव प्रकाश ने अपने विचार व्यक्त किये।
यह भी पढ़ें : Nimbu Mirch Totke : नींबू मिर्ची बांधने से कैसे मिलती है तरक्की या असफलता, जाने कैसे
“विकसित परिदृश्य: एक समृद्ध राजस्थान के लिए टाउन प्लानिंग” सत्र में वक्ता ई. नागेंद्र चौधरी, महासचिव, टाउनशिप डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान, सतीश शर्मा, पूर्व मुख्य टाउन प्लानर थे।
“भविष्य का निर्माण: विनिर्माण उत्कृष्टता में नवाचार” सत्र में वक्ता कामटेक एसोसिएट्स के सीईओ अजय गुप्ता और निफ्टी इनोवेशन प्राइवेट लि. के प्रबंध निदेशक सुधीर निजावन थे।
“सर्कुलर इकोनॉमी/स्थिरता-अपशिष्ट से धन तक: राजस्थान की सर्कुलर क्रांति” में डॉ. वी.के. सिंघल, पूर्व मुख्य अभियंता, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विकास, मनोज साबू, सह-संस्थापक, इकोरैप, “ब्लू होराइजन्स: राजस्थान की जल संरक्षण की ओर यात्रा” में रवि सोलंकी, इंजीनियर, जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडीओ), डॉ. वी.के. सिंघल, पूर्व मुख्य अभियंता, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग,”राजस्थान के उद्यमी: सफलता का निर्माण, कल की परिभाषा” सत्र में अलका बत्रा, प्रबंध निदेशक, एजिस जॉब्स, मीता माथुर, अध्यक्ष, अवेयर, आई-स्टार्ट राजस्थान के मेंटर धवल सिंघल ने अपने विचार व्यक्त किये।
वहीं, समापन सत्र के अतिथि अमित कुमार चौधरी सह-अध्यक्ष, पीएचडीसीसीआई-राजस्थान चैप्टर व निदेशक, डीडी फार्मास्यूटिकल्स थे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. वरुण चोटिया और डॉ. अपर्णा मेंदीरत्ता ने किया।
यह भी पढ़ें -Business Vastu Tips : व्यापार में वृद्धि के लिए अपनाएं ये खास वास्तु टिप्स
Tags : Rajasthan Development Dialogue 2023 , jaipuria institute of management jaipur,