बीकानेर। अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर (Engineering College Bikaner)के कर्मचारियों ने अपनी वेतन संबंधित मांगों के चलते अनिश्चितकालीन धरना चौथे दिन भी जारी रखा। धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग का पुतला फूंका। इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे कार्मिकों ने सरकार विरोधी एवं कर्मचारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाकर भी विरोध जताया।
रेक्टा अध्यक्ष डॉक्टर शौकत अली ने बताया अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर के कार्मिकों को सात महीनो से लंबित वेतन के मांग को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन के चौथे दिन सभी शैक्षणिक और अशैक्षणिक कार्मिकों ने भाग लिया। राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय शिक्षकों एवं कर्मचारियों के साथ अब वर्तमान एवं पूर्व छात्रों ने भी साथ दिया है। कर्मचारियों द्वारा अपनी मांग को सरकार तक पहुंचने के लिए ट्विटर, व्हाट्सप्प, ईमेल व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से अधिकारियों , जनप्रतिनिधियो, मंत्रियों तक पहुंचने का प्रयास जारी है।
उन्होने बताया कि एक और जहा राज्य सरकार एक लाख संविदा कर्मचारियों को नियमित नियुक्ति देकर दीपवाली का तोहफा देने जा रही है, वही अपने स्वयं के अधीन संचालित राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालयों के अलप वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन देने में अनदेखी कर रही है। शिक्षा विभाग का पिछले एक वर्ष से बेरुखी का आलम यह है कि लगातार अवगत करवाने के बावजूद भी उचित कार्यवाही करने बजाय मात्र आश्वासन ही दिया जा रहा है।
बीकानेर : नहीं मिला सात माह से वेतन
मांगे नही मानने तक जारी रहेगा आंदोलन

रेक्टा प्रवक्ता महेंद्र व्यास ने बताया की जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेग। आज से सम्पूर्ण कक्षाओं का बहिष्कार किया गया है एवं 30 अक्टूबर 2020 को सरकार के खिलाफ सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर आहूतियों के साथ किया जाएगा। जिसमें सरकार एवं सरकार के मंत्रियों अधिकारियों को सद्बुद्धि देने के लिए भगवान से प्रार्थना की जाएगी।
इन्होने किया संबोधित
कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन को विभिन्न शिक्षकों कर्मचारियों के द्वारा संबोधित किया गया।
जिसमें मुख्य रुप से सुभाष सोनगरा ने बताया कि शिक्षकों ने इतनी दुर्गति के बावजूद भी कोरोना काल में पिछले सात महीनों से सभी शैक्षणिक व प्रशासनिक कार्य यथावत जारी रखे हुए थे और उन्हें उम्मीद थी की संवेदनशील सरकार मदद जरूर करेगी लेकिन उनके सब्र का बाँध टूटा और वे सभी आंदोलन पर उतर आये हैं और सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे है।
इसी क्रम में आने वाले दिनों में मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया जायेगा।
अपनी मांग को सरकार तक पहुंचने के लिए ट्विटर, व्हाट्सप्प, ईमेल व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से अधिकारियों , जनप्रतिनिधियो, मंत्रियों तक पहुंचने का प्रयास जारी है तथा मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन प्राचार्य को सौंपा।

ये रहे शामिल
प्रदर्शन के दौरान संबोधित करने वालों में मुख्य रूप से डॉ विकास शर्मा , राजेंद्र सिंह शेखावत,राहुल राज चौधरी, मनोज कुड़ी, ऋतुराज सोनी, डॉ प्रवीण पुरोहित, डॉ विनोद चौधरी, चंद्रशेखर राजोरिया, डॉ देवेंद्र गहलोत,डॉ मनोज सिंह शेखावत, ओम प्रकाश, उदय व्यास आदि थे।