दलीप नोखवाल
114वीं सीसुब में छोटे बच्चों रावण बनाकर नजर आए खुश
खाजूवाला (बीकानेर)। कोरोना संकट की वजह से इस बार (Dussehra) रावण दहन भी सिर्फ रस्म अदायगी भर रह गई। दशहरा में इस बार खाजूवाला क्षेत्र में कहीं भी दशहरा नहीं मनाया गया। लेकिन 114वीं बीएसएफ कैम्पस ने रहने वाले सीमा प्रहरियों के बच्चों ने समाजिक दूरी को बनाए रखते हुए रावण के पुतले बनाने का नयाब तरीका ढूंढा है। इसमें भीड़ तो नहीं हुई लेकिन पुतले दहन का आनंद और उल्लास पहले की तरह ही बच्चों में नजर आया। लेकिन बीएसएफ के बच्चों ने एक दिन में रावण बनाकर तैयार कर दिया है। इनके द्वारा तैयार किया गया रावण का पुतला देखने से लगता है कि मंजे हुए कलाकारों ने तैयार किया है। पुतला निर्माण के लिए बच्चों ने सामग्री स्थानीय स्तर पर ही तैयार की।
इस दौरान 114वीं बटालियन बीएसएफ के कमाडेंट हेमंत कुमार ने चौतन्य, विदुशी यादव, डोलमा मूर्मू, आरूषि बड़सरा, श्वेता, विजेता नोखवाल, प्रीतिका व दीपांशु आदि बच्चों द्वारा की गई कलाकारी की प्रशंसा की गई।