बीकानेर। श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के महत्तम महोत्सव अंतर्गत आचार्य रामेश के सुवर्ण दीक्षा महोत्सव पर स्थायी सामाजिक सेवा प्रकल्प को लेकर समता समग्र आरोग्यम फिजियोथैरेपी सेंटर पिछले करीब एक वर्ष से गंगाशहर नई लाइन स्थित समता भवन में संचालित किया जा रहा है।
बैंगलुरु प्रवासी और उदयरामसर निवासी स्वर्गीय सोहनलाल जी सिपानी की पुण्य स्मृति में जेठी देवी, श्रीमती कुमुद देवी, श्रद्धा सिपानी, द्वारा संचालित यह फिजियोथैरेपी सेंटर अल्प समय में ही उन मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है जो कंधे, घुटने, जोड़ों का दर्द व अर्थराइटिस, गठिया, लकवा, सर्वाइकलस्पॉन्डिलाइटिस, पीठ, कमर, झनझनाहट, सुन्नपन, बैलेंस बिगडऩा, ऑपरेशन के बाद भी बनी रहने वाली शारीरिक समस्या से परेशान रहते हैं।

Samta Samagra Arogyam Center in Bikaner
ऐसे लोगों का नि:शुल्क इलाज इस सेंटर में प्रतिदिन दो पारी में किया जा रहा है। इसके चलते अब तक लगभग २५०० मरीज लाभान्वित हो चुके हैंं। वहीं प्रतिदिन करीब १२५ मरीज जो विभिन्न शारीरिक रोगों से परेशान हैं, यहां स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
इस फिजियोथैरेपी सेंटर के संयोजक विमलचन्द सिपाणी ने शनिवार को सेंटर में पहुंचकर मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।इस दौरान उनके साथ समाजसेवी एवं भामाशाह, श्रीअखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष जयचन्द लाल जी डागा, संघ के ही राष्ट्रीय महामंत्री सुरेश चंद बच्छावत साथ थे।
तिलक लगाने से मिलती है सफलता, राहु-केतु और शनि के अशुभ प्रभाव को करता है कम

जहां विमलचन्द सिपानी और जयचंदलाल जी डागा ने सेंटर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों से कुशलक्षेम पूछी और उनके अनुभवों को जाना, वहीं सेंटर में नियमित रूप से अपनी सेवाएं दे रहीं सलाहकार चिकित्सक डॉ. नेहा जैन (बीपीटी, एमपीटी, न्यूरो) से मरीजों को दी जाने वाली थैरेपी के बारे में जानकारी ली।
सेंटर के संयोजक विमलचन्द सिपानी ने बताया कि सेंटर में गीतान्जली हॉस्पिटल के वरिष्ठ फिजियोथैरेपिस्ट और देश- विदेश में ख्यातिप्राप्त डॉ. पल्लव भटनागर (कार्डियो- रेस्पिरेटरी) और डॉ. आशीष जैन की देखरेख में उन मरीजों का विशेष इलाज वीसी के माध्यम से भी किया जाता है।यह सब नि:शुल्क किया जा रहा है।
मरीजों के लिए रामबाण है ट्रेकार मशीन
पुराने और जटिल रोगों में सबसे ज्यादा कारगर अगर कोई मशीन फिजियोथैरेपी में उपयोगी है तो वह ट्रेकार मशीन है, जो गंभीर रोगों का इलाज कर रोग को समाप्त या नियंत्रित करने में सहायक होती है। अत्यधिक महंगी होने के साथ यह मशीन मेंटेनेंस की दृष्टि से भी महंगी साबित होती है। ऐसे में हर कोई इसे संचालित करने में असमर्थ होता है। लेकिन विमलचन्द जी सिपानी ने यह मशीन भी सेंटर में उपलब्ध करवाई है। वजह, कोई भी मरीज उपकरण के अभाव में इलाज से वंचित ना रहे। इसके चलते आज अनेक मरीज अपने रोगों पर विजय प्राप्त कर सामान्य जीवन जीने लगे हैं।

दुखी होकर आते हैं, खुश होकर जाते हैं
श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष, समाजसेवी जयचन्दलाल जी डागा ने बताया कि जिस उद्देश्य को लेकर विमलचन्द जी सिपानी ने इस प्रकल्प को शुरु किया, आज वह सपने के साकार होने जैसा है। यहां पर आने वाले मरीजों के अनुभव बताते हैं कि जो लोग जीवन में निराश हो गए थे, आज वह अपने शरीर से व्याधी को दूर कर राहत की सांस ले रहे हैं। गोया कि दुखी मन से आए थे और ,खुश होकर जाते हैं। इससे हमें भी बड़ी राहत मिलती है।
इनका कहना है
मैं पिछले कई सालों से घुटनों के दर्द से परेशान थी। हालत यह थी कि कई बार रोना आ जाता था। पिछले पन्द्रह दिनों से नियमित रूप से आ रही हूं। आज में सेंटर में नियमित लाभ ले रही हूं और मेरा घुटनों का दर्द अब काफी ठीक हो गया है। मेरे आने के बाद मेरे आस-पड़ौस की तीन बहनें भी सेंटर में अपना स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं।
श्रीमती किरण गहलोत
भीनासर
इनका कहना है
-चिकनगूनीया बुखार के कारण मेरे सोल्डर में और घुटनों में दर्द बढ़ता गया। ऐसे में मुझे समता समग्र आरोग्यम सेंटर की जानकारी मिली। इसके बाद में नियमित रूप से यहां आ रही हूं और अब में काफी राहत महसूस कर रही हूं।
जयन्ति सेठिया
-मेरे हाथों में दर्द की समस्या रहती थी। हालत यह थी कि काम भी सही ढ़ंग से करना छूट गया। पहले सोचा उम्र की वजह से यह समस्या आ रही होगी। कई चिकित्सकों को दिखाया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आखिर में थक-हारकर बैठ गया। फिर मुझे यहां के बारे में किसी ने बताया। आज मेैं भगवान का और सेंटर संचालकों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मेरे जीवन में जान डाल दी।
बुधराम, सुदर्शना नगर
-मेरे पीठ में और कमर के नीचे वाले हिस्से में असहनीय पीड़ा हो रही थी। कई जगह इलाज कराया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इसके बाद मुझे फिजिशियन ने थैरेपी सेंटर जॉइन करने की सलाह दी। इसके बाद मैं यहां आई और फॉर्म भरने के कुछ दिन बाद कॉल आया। आज मैं सेंटर में आकर अपने आप को रिलेक्स महसूस कर रही हूं।
फिरदौस, गंगाशहर निवासी
-मेरी जांघ की हड्डी का ऑपरेशन हुआ है। श्री कोलायतजी में ही चिकित्सक हैं, उन्होंने मुझे इस सेंटर के बारे में बताया। इसके बाद मैं नियमित रूप से श्रीकोलायतजी से यहां आता हूं और वरिष्ठ चिकित्सकों की देखरेख में इलाज ले रहा हूं,अब मेैं बहुत रिलीफ महसूस कर रहा हूं।
लालचन्द सैन, श्रीकोलायत जी
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