बीकानेर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी 2023 का फसल बीमा 31 दिसंबर तक करवाया जा सकेगा। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने इसकी जानकारी दी।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित जिला कृषि विकास समिति व जिला बागवानी समिति की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित कृषि, उद्यानिकी की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि कृषि व पशुपालन के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों का अधिकतम लाभ किसानों को मिले, इस दिशा में समन्वित प्रयास किए जाएं।
प्रत्येक ग्राम पंचायत पर आयोजित होगी कृषि पाठशाला पशु पाठशाला
भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत हर ग्राम पंचायत में पशु पाठशाला तथा कृषि पाठशाला आयोजित की जाएगी, इन पाठशालाओं में कृषि और पशुपालन संबंधी आधुनिक तकनीक की जानकारी किसानों और पशुपालकों को दी जाए। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के चलते खेती में चुनौतियां बढ़ रही है, कृषि अनुसंधानों का किसानों को अधिक से अधिक फायदा मिले, इस दिशा में संवाद बढ़ाएं ।कृषि विश्वविद्यालय के साथ विभागीय अधिकारी नियमित संवाद करते हुए कृषि अनुसंधानों की जानकारी लें और किसानों तक इस जानकारी को पहुंचाएं।
जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी ब्लॉक में विभिन्न बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें ताकि किसानों के समक्ष आने वाली समस्याओं का निस्तारण करवाया जा सके।
31 दिसंबर तक करवाया जा सकेगा बीमा
बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार कैलाश चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी 2023 का बीमा 31 दिसंबर तक करवाया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि जो भी ऋणी किसान इस योजना से बाहर होना चाहते हैं वह बैंक में ऑप्ट आउट फॉर्म भरकर 24 दिसंबर तक आवश्यक रूप से जमा करवा दें तथा ऐसे किसान जो अगली फसल में बदलाव करना चाहते हैं वह 29 दिसंबर तक आवश्यक रूप से लिखित में बैंक में जमा करवा दें। गैर ऋणी किसान सीएससी के माध्यम से अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं उनको आधार कार्ड, बैंक डायरी, जमाबंदी एवं स्व घोषित बुआई प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा ।
जिला उद्यानकी विकास समिति की बैठक में जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने जिले में उद्यानिकी विकास के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। इस दौरान ड्रिप, मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई ,फार्म पॉन्ड, कम्युनिटी फाउंड ग्रीन हाउस, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, कस्टम हायरिंग केंद्र सहित सॉयल हेल्थ कार्ड आदि की प्रगति की समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा कि बागवानी के क्षेत्र में नवाचार के लिए जिले में किसानों को प्रेरित करें और विभागीय योजनाओं की जानकारी दें।
बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार कैलाश चौधरी सहित उद्यान उपनिदेशक हरलाल सिंह बिजारणिया, एसकेआरयू के प्रसार शिक्षा निदेशक सुभाष चंद्र, राजुवास के प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो आर के धुड़िया, सहायक निदेशक कृषि भैराराम गोदारा, कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत, मुकेश गहलोत सहित विभाग के अन्य अधिकारी और बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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