चूरू। निकटवर्ती गांव घांघू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत लगा मोबाइल डेंटल वेन चिकित्सा शिविर दंत रोग(Dental Medical camp) से ग्रसित बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ। बड़ी संख्या में ग्रामीण बच्चों के गंदे दांतों की सफाई की गई, कीड़े लगे दांतों का उपचार किया गया और अनावश्यक दांतों को निकाला गया।
इस दौरान बीसीएमओ डॉ अहसान गौरी ने ग्रामीणों को दांतों की विभिन्न बीमारियों, उनके उपचार एवं स्वच्छता को लेकर ग्रामीणों को जागरुक किया और कहा कि शुरू में ध्यान नहीं देने से दांतों की समस्या कई बार व्यापक रूप से ले लेती है, इसलिए इसे गंभीरता से हमें लेना चाहिए। उन्होंने दांतों को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का जिक्र किया और कहा कि हमें इन चीजों से परहेज करना चाहिए। डॉ गौरी ने कहा कि शरीर का प्रत्येक अंग महत्त्वपूर्ण है और उसे खोने पर या उसकी अस्वस्थता पर हमें उसकी महत्ता का पता चलता है। हमें यह कोशिश करनी चाहिए कि हम दांतों की नियमित देखभाल करें और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने बताया कि मोबाइल वैन के जरिए गांव में ही बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं और लोगों को उच्च चिकित्सा संस्थान में जाने की जरूरत नहीं होती, जिससे उनके समय व धन की बचत होती है।

सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने शिविर को ग्रामीण बच्चों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि दांत हमें कुदरत का वरदान हैं और कोई भी कृत्रिम उपाय इन कुदरती नियामतों का विकल्प हमें नहीं दे सकता है। प्रकृति प्रदत्त दांतों को हम इनके समुचित पोषण, नियमित देखभाल और मुख की समुचित सफाई से ही बचाए रख सकते हैं। हम दांतों के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर लेंगे तो दांत हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अपना योगदान देते रहेंगे।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम मोबाइल हेल्थ टीम के डॉ राकेश फोगाट ने बताया कि अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस मोबाइल वैन में दांतों का तत्काल एक्सरे व अन्य जांच कर उपचार किया जाता है। मंगलवार को घांघू परिक्षेत्र के बच्चों की दंत चिकित्सा की गई, जिसमें गंदे हुये दांतों की सफाई, कीड़े लगे दांतों का उपचार किया गया व अनावश्यक दांतों को निकाला गया। शिविर में निःशुल्क दवा, टूथपेस्ट और टूथब्रश वितरित किये गये।
इस अवसर पर डॉ ज्योति मीणा , डेंटल मोबाइल हेल्थ टीम के डॉ अलकेश गढ़वाल, डॉ प्रियंका मीणा , डॉ कविता माहिच, मोहम्मद हुसैन, फार्मासिस्ट अमित स्वामी, एएनएम अनिता चाहर व लक्ष्मी स्वामी ने अपनी सेवाएं दी। इस दौरान बीपीएम ओमप्रकाश प्रजापत, सामाजिक कार्यकर्ता बीरबल नोखवाल, केशरदेव गुरी, राजकुमार, शिवकुमार जांगिड़, अरुणा, भागाराम, भंवरलाल जांगिड़, गिरधारीलाल बरड़, योगेश जांगिड़ आदि मौजूद रहे।