नई दिल्ली। नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी की ओर से बुधवार को नई दिल्ली में एनएडीए इंडिया इनक्लूजिव कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विशेषज्ञों ने डोपिंग से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर पैनल डिस्कसन हुआ।
चर्चा में शामिल पैरालिंपिक कमेटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद्मभूषण देवेंद्र झाझड़िया ने कहा कि विद्यालय स्तर से ही स्टूडेंट्स को डोपिंग को लेकर जागरुक होना चाहिए। उन्हें खेल जीवन के आरंभ से ही गलत सप्लीमेंट और प्रतिबंधित दवाओं को लेकर जागरुक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि डोपिंग के मामले में जरा-सी लापरवाही या चूक किसी युवा का पूरा कैरियर चौपट कर सकती है। इसलिए जितना हम अपनी परफोरमेंस का ध्यान रखते हैं, उतना ही ध्यान हमें इन सतर्कताओं पर भी देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जीवन में ‘क्या करना है’ का जितना महत्त्व है, उतना ही महत्त्व ‘क्या नहीं करना है’ को भी ध्यान में रखने का है। इसलिए विद्यालय स्तर पर ही शिक्षण गतिविधियों के साथ-साथ विद्यार्थियों से उपयोगी जानकारी साझा की जानी चाहिए। देवेंद्र ने कहा कि डोपिंग जांच के लिए डिस्टि्रक्ट लेवल से ही सैम्पल कलेक्शन शुरू किया जाना चाहिए ताकि बच्चे शुरुआती स्तर से ही जागरुक रहें।
देवेंद्र झाझड़िया ने कहा कि यदि भारत को खेल की दुनिया के टॉप टेन देशों में आना है तो हमें बहुत काम करने की जरूरत है। शारीरिक शिक्षकों को हमें अपग्रेड करना होगा। उनके अपडेशन के लिए समय-समय पर उन्हें अलग-अलग लेवल के कोर्स करवाने होंगे क्योंकि स्पोर्ट्स साइंस हर दिन तरक्की कर रहा है। एक बार शारीरिक शिक्षक लगने के बाद यदि हमें उन्हें अपडेट नहीं करेंगे तो वे विद्यार्थियों को ट्रेेनिंग प्लान समझा नहीं पाएंगे। शारीरिक शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोर्स कराने होंगे ताकि वे ग्रास रूट पर विद्यार्थियों को उनका लाभ दे सकें
झाझड़िया ने बताया कि पेरिस पैरालिंपिक से पहले भी उन्होंने खिलाड़ियों से संवाद स्थापित कर उन्होंने एनएडीए और डब्ल्यूएडीए के नियमों के मुताबिक ही तैयारी करने की हिदायत दी। इसका परिणाम हमें पदक तालिका में देखने को मिला और अब तक के रिकॉर्ड 29 पदक हमारे खिलाड़ियों ने जीते। इस दौरान देवेंद्र ने नौ साल एनएडीए के पार्ट एडम्स (व्हेयर अबाउट) में रहने के अनुभव भी सभी के साथ साझा किए।
पैनल डिस्कसन में उत्तरप्रदेश के सीएम के मुख्य सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, संयुक्त सचिव अर्चना शर्मा अवस्थी, संयुक्त सचिव डॉ शोभित जैन, चारू प्रज्ञा शामिल रहे। टोक्यो व पेरिस पैरालम्पिक के सिल्वर मेडलिस्ट सुहास एल वाई आईएएस ने पैनल डिस्कशन को लीड किया।