प्रियंका ने साझा किया है कि वह जिस पहले इंसान से मिली थीं, उसने सलाह दी थी कि उन्हें अपने शरीर का अनुपात ठीक करा लेना चाहिए। इतना ही नहीं, उनके तत्कालीन मैनेजर भी इस आइडिया से सहमत थे।
उन्होंने अपनी किताब में लिखा है, कुछ मिनट की बातचीत के बाद निर्देशक/निर्माता ने मुझे खड़े होने के लिए और फिर दूसरी ओर मुड़ने के लिए कहा। मैंने ऐसा किया और फिर मेरा आकलन करने के बाद उन्होंने सुझाव दिया कि मुझे बूब जॉब कराना चाहिए, अपना जबड़ा ठीक कराना चाहिए और अपने बट में कुशनिंग करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मुझे अभिनेत्री बनना है तो अपने शरीर का अनुपात ठीक कराना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि वह लॉस एंजेलिस में एक बहुत अच्छे डॉक्टर को जानते हैं और वे मुझे वहां भेज सकते हैं।
अभिनेत्री ने आगे लिखा है, मैं निर्देशक/निर्माता के ऑफिस से बाहर निकलते हुए खुद को स्तब्ध और छोटा महसूस कर रही थी। मैं सोच रही थी कि क्या मैं जब तक अपने शरीर के अंगों में बदलाव नहीं कराती, तब तक मैं सफल नहीं हो सकती? मैंने इस बारे में भी सोचा कि कैसे मीडिया और बाकी लोग मुझे सांवली कहते हैं। मैं हैरान थी कि क्या मुझे इस व्यवसाय से बिल्कुल अलग कर दिया जाएगा। मैंने कभी उस निर्देशक/निर्माता को नहीं बताया कि मैं क्यों वहां से बाहर चली गई थी।
उन्होंने आगे कहा है, मैंने कभी अपने लिए खड़े होने की हिम्मत नहीं की और मैं इसे स्वीकारती हूं, क्योंकि मैंने अक्सर ऐसा सुना है कि किसी विवाद में मत पड़ो, क्योंकि तुम इंडस्ट्री में नई हो। लेकिन अब 35 साल की उम्र के बाद मुझे समझ आया कि लड़कियों के लिए यह सामान्य बात है और वे अक्सर ऐसा सुनती हूं। भले ही मैं खुद को कितना भी आधुनिक और स्मार्ट लड़की मानती हूं लेकिन उस समय मैं घबरा गई थी। हां, मैंने उन स्थितियों का सामना किया जैसा पितृसत्तात्मक उद्योगों में काम करने वाले बाकी लोग करते हैं।
–आईएएनएस
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