आयुष्मान ने कहा, ऑनलाइन दुनिया बच्चों को सीखने और उनके विचारों को साझा करने का बड़ा मौका देती है। सुरक्षित इंटरनेट दिवस के मौके पर बच्चों, विशेष रूप से लड़कियों को प्रोत्साहित करते हैं, ताकि वे इंटरनेट एक्सप्लोर कर सकें और अपने अच्छे भविष्य के लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं और सपनों को पूरा कर सकें। इंटरनेट, बच्चों के दिमाग की तरह विचारों और कल्पना से भरा हुआ है।
आयुष्मान ने आगे कहा, इसके खतरे भी हैं, लेकिन शिक्षा के जरिए हम बच्चों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्मो पर सुरक्षित रहने के लिए सशक्त बना सकते हैं। इस सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर ऑनलाइन हिंसा को खत्म करने और हर बच्चे के लिए ऑनलाइन दुनिया को सुरक्षित बनाने के लिए काम करते हैं।
–आईएएनएस
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