शनिवार को पटवर्धन ने सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया था लेकिन उनकी हालत बिगड़ती गई। मुंबई मिरर के अनुसार, उन्हें इससे पहले मार्च में दिल का दौरा पड़ चुका था।
सत्तर के दशक के उत्तरार्ध से पटवर्धन मराठी सिनेमा और टेलीविजन का एक जाना पहचाना चेहरा बन गए थे, जो अक्सर जज, वकील, ग्राम प्रधान, पुलिसकर्मी या परिवार के पितृसत्तात्मक प्रमुख की भूमिकाओं में नजर आते थे।
उनकी मराठी फिल्मों उम्बर्था, मफिछा साक्षीदार, सग्लीक डे बॉम्बाबॉम्ब, मधुचंद्राची रात्रा, ईजा बीजा तीजा, दे ताली, भरला हा मालवत रकतन, सुवाशिनिची ही सत्यपरीक्षा, लंदन चा जवाई आदि शामिल हैं। उन्हें हाल ही में 2019 की मराठी टीवी श्रृंखला आगाबाई सासुबाई में देखा गया था।
पटवर्धन ने तेजाब, नरसिम्हा, चमत्कर, तक्षक, यशवंत, प्रतिज्ञा, मुजरिम, हफ्ता बंद, सलाखें, युगपुरुष और राजू बन गया जेंटलमैन – जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया।
पटवर्धन ने 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। साथ ही करीब 150 नाटकों में भी काम किया।
दिवंगत अभिनेता के परिवार में पत्नी, 2 बेटा-बेटी, बहू, दामाद और पोते-पोतियां हैं।
–आईएएनएस
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