जयपुर। युवा वह है जो सदा क्रियाशील रहता है, जिसके अंदर सिंघ जैसा साहस है, जिसकी दृष्टि सदा अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहती है और जो इस संसार में अलग कुछ करना चाहता है ऐसा नौजवान परिस्थितियों का दास नहीं बनता बल्कि परिस्थितियां उसकी गुलाम बन जाती है। यह बात राज्यपाल कलराज मिश्र (kalraj mishra) ने (jaipuria institute of management jaipur) जयपुरिया इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट, जयपुर के तत्वाधान में ‘एक बेहतर कल के लिए बिजनेस’ विषय पर आधारित तीन दिवसीय आठवीं वर्चुअल इंटरनेशनल यूथ-2025 कांफ्रेंस का उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद के इस कथन में अपनी बात जोड़ते हुए कहा कि युवा यदि चाहे तो वह हर असंभव को संभव बना सकता है। राज्यपाल ने कहा कि अदम्य साहस और शक्ति के पुंज युवावर्ग के लिए यह समय अवसरों को चुनौती के रूप में लेते हुए स्वयं के लिए ही नहीं बल्कि देश के बेहतर कल के निर्माण में लगने का है। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इस अंतरराष्ट्रीय यूथ कांफ्रेंस की थीम व्यवसाय वातावरण निर्माण के लिए बेहतर कल को केंद्र में रखते हुए तय की गई है।
कलराज मिश्र ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर आत्मनिर्भर भारत की सोच का मूल आधार भी यही है। यह कैसे स्थानीय संसाधनों के समुचित उपयोग से उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित कर ऐसे बेहतर कल का निर्माण किया जाए जिससे देश का चहुमुखी विकास हो। उन्होंने शरद जयपुरिया के लोकल फार वोकल का समर्थन करते हुए कहा कि यह देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा। युवाओं को बेहतर शिक्षा के साथ शिक्षण के दौरान ही उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जाए तो इसके बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। जरूरी ये भी है कि न्यूइनोवेशन के जरिए शिक्षण संस्थान ऐसा वातावरण निर्मित करें जिसमें विद्यार्थी देश और समाज के लिए काम करने की दिशा में आगे बढ़ सकें और लोगों को प्रेरित कर सकें।
उन्होंने औद्योगिक विकास में राजस्थानियों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान उद्यमियों की धरा है। देशभर में उद्योगों में राजस्थान के लोगों की ही प्रमुखता है। राजस्थान के कारोबारियों ने पूरे विश्व में अपने कौशल और सूझबूझ की गहन व्यवसायिक दृष्टि से विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने राजस्थान को उद्योगपतियों की नर्सरी बताते हुए नवलगढ़, सुजानगढ़ व पिलानी क्षेत्र में जन्में उद्यमियों जिक्र करते हुए देश के औद्योगिक विकास में उनकी प्रशंसा की। कलराज मिश्र ने इस धरा पर जन्में लक्ष्मीनिवास मितल, कुमार मंगलम बिड़ला, किशोर बियानी, अजय पीरामल और राहुल बजाज का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे उद्योगपति राजस्थान ने ही दिए हैं, जिन्होंने बिजनेस के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। राज्यपाल ने कहा कि युवाओं के बेहतर कल के लिए प्रदेश में रोजगार की बहुत अधिक संभावनाएं हैं परंतु उसका वातावरण के अनुकूल सही उपयोग करना व्यवसाय जगत का ही काम है। मैं अपेक्षा करता हूं कि इन चीजों को ध्यान में रखते हुए व्यापार जगत के लोग आने वाले कल के लिए व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक निवेश कर देश का भविष्य उज्जवल बनाएंगे।
कलराज मिश्र ने कोरोना महामारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि जब इस तरह की आपदाएं आती हैं तभी हमारी पहचान होती है। कोरोना की वजह से इनोवेशन का एक जबदस्त स्वरूप बना है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 कि यह देन भी है कि नवाचरों को माध्यमों से लोगों ने आगे बढऩे का एक अवसर प्राप्त किया है। इसे देखते हुए जरूरी है कि औद्योगिक क्षेत्र में रिकवरी, लचीलापन और सुधार के एजेंडे को व्यवहारिक रूप में भविष्य के लिए समिलित किया जाए। युवाओं में उद्यमिता के विकास के साथ इस बात पर भी ध्यान दिया जाए जैसे स्थानीय संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए वैश्विक बाजार में भारतीय उत्पादों का विपणन भी प्रभावी भूमिका निभा सके। इसके लिए वैश्विक बाजार की मांग और आपूर्ति के अध्ययन के साथ ही उसकी मार्केटिंग की कारगर तकनीक का शिक्षण संस्थाओं में आरंभ से ही अध्ययन करवाया जाए। इस कार्य में व्यवसायिक शिक्षा प्रदान कर रहे संस्थानों के सहयोग से उत्कृष्ट रणनीति बनाकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने जयपुरिया इंटीग्रल एज्युकेशन सोसाइटी के चैयरमैन शरद जयपुरिया, वाइस चैयरमैन श्रीवत्स जयपुरिया व जयपुरिया इंस्टीटयूट, जयपुर के डायरेक्टर डॉ. प्रभात पंकज का यूथ कांफ्रेंस के आयोजन पर बधाई दी।
इस दौरान शरद जयपुरिया ने राज्यपाल कलराज मिश्र का आभार व्यक्त करते हुए जयपुरिया ग्रुप का शैक्षणिक क्षेत्र में योगदान पर जानकारी दी। उन्होंने स्वागत भाषण में आपातकाल के तीनों चरणों आपातकालीन, प्रतिगमन और पुनप्र्राप्ति के बारे में बात की। उन्होंने यह बताया कि भविष्य में किस प्रकार के व्यवसाय होंगे जो हमारे देश के उदेश्य वोकल फॉर लोकल को मजबूती प्रदान करेंगे।
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, जयपुर के निदेशक डॉ. प्रभात पंकज ने कहा कि यह यूथ कांफ्रेंस युवाओं, अकादमिक और उद्योगपतियों के बारे में है जो कि युवाओं और व्यवसाय की उन्नति के लिए समर्पित है।
कांफ्रेंस के मुख्य वक्ता डेसीमलप्वाइंटस, बैंगलोर के संस्थापक सीईओ शैलेश धुरी ने नवाचार के लिए आवश्यक संरचना, रीढ़, विश्लेषण, प्रकार और कौशल के बारे में बताया। केपीएमजी दुबई, के प्रमुख और बोर्ड सदस्य रिचर्ड रेखी ने आत्मीयता, चपलता, उन्नति की भावना पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हमें विश्वास में सब कुछ धारण करना चाहिए, क्योंकि हमें अगली पीढ़ी को कुशल और प्रभावी तरीके से चीजों को पारित करने की आवश्यकता है।
कांफ्रेंस के संयोजक डॉ. लोकेश विजयवर्गीय व डॉ. प्रेरणा जैन ने कहा कि तीनों दिनों में आयोजित हो रहे दस टैक्नीकल सत्रों में कुल 62 रिसर्च पेपर व 30 पोस्टर प्रेजेटेशन होंगे। कांफ्रेंस में भारत सहित 12 देशों-अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, अफ्रीका, चीन, सिंगापुर, यूके, हॉगकॉग, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल आदि के 1500 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। अंत में जयपुरिया ग्रुप के वाइस चैयरमैन श्रीवत्स जयपुरिया ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।