वीएसके फाउंडेशन द्वारा श्रेष्ठ पत्रकार सम्मानित
जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि संघ का उद्देश्य समाज निर्माण है और इसके लिए शत प्रतिशत समाज को देशहित में साथ लेना संघ का उद्देश्य है। इसलिए हम किसी को विरोधी नहीं मानते। वीएसके फाउंडेशन की ओर से मालवीय नगर स्थित नारद सभागार में देवर्षि नारद जयंती और पत्रकार सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जो भारत को अपनी मातृ भूमि मानते हैं, भारत के प्रति भक्ति भाव रखते है और भारत माता की जय बोलते हैं वो सब भारत की संतानें हैं। यह देश मेरा है इस देश के महापुरुष अपने हैं जब देशवासियों को कोई कष्ट आता है तो दुख होता है देश में जब अच्छा होता है तो उनको खुशी होती है।
देश के विकास और समृद्धि के लिए जो अपना कुछ योगदान दे सके वह राष्ट्रीय है। हम स्वाधीन तो हैं पर स्व-तंत्र हैं क्या, इस पर विचार करने की जरूरत है। इन सब में मीडिया का मुख्य रूप से योगदान हो सकता है जो लोगों की सोच को सही दिशा देने का काम करते हैं।
समारोह की शुरुआत भाव-सुरताल समूह की ओर से जल, पर्यावरण संरक्षण और देवर्षि नारद पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति से हुई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष, जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान, हरिवलभ मेघवाल ने देवर्षि नारद की पत्रकारिता से जुड़े प्रसंगों को रेखांकित करते हुए विस्तार से बताया। साथ ही नारद जी की टीवी सीरियल्स में दिखाई चुगली करने वाले देव की छवि से हट कर एक सूचना सहायक के रुप में प्रकट की।
वीएसके फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉ.ईश्वर बैरागी ने नारद के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि पत्रकार जगत में देवर्षि नारद को आदि पत्रकार माना जाता है। पूरे भारत के विश्व संवाद केन्द्र नारद जयंती को पत्रकार दिवस के रूप में मना रहा हैं। इस दिन पत्रकारिता के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे पत्रकारों को ‘नारद सम्मान’ से सम्मानित किया जाता है।
कार्यक्रम में प्रिंट मीडिया में फर्स्ट इण्डिया के पकंज सोनी व न्यू मीडिया में नवतेज टीवी के उमंग माथुर को सम्मानित किया गया जबकि आंचलिक पत्रकारिता के लिए दैनिक भास्कर के राधेश्याम तिवारी और राजकुमार जैन को संयुक्त पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस दौरान वीएसके फाउंडेशन की डायरेक्टर डॉ.शुचि चौहान सहित वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रबुद्धजन मौजूद रहे। आभार फाउंडेशन के डायरेक्टर अभिषेक अग्रवाल ने प्रकट किया।