जयपुर। सनातन धर्म के बारे तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान के विरोध में राजधाजनी जयपुर के गणमान्य व्यक्तियो ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। राष्ट्रपति के नाम संबोधित इस ज्ञापन द्वारा सनातन के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक बयानबाजी को समाज में विद्वेष फैलाने वाला बताया।
मेजर जनरल अनुज माथुर ने बताया कि भारतवासियो की भावनाओ को आहत करने का सुनियोजित षड्यंत्र हो रहे है। ऐसा लगता है कि भारत को कमजोर करने की साजिश की जा रही है। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की है की उदयनिधि का बयान राष्ट्र हित के लिए घातक है अतः मामले में हस्तक्षेप कर कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करवाए।
उल्लेखनीय है कि डीएमके नेता उदयनिधि ने सनातन को डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसा बताते हुए इसके उन्मूलन की बात कही थी। जिससे देश भर में सनातन में आस्था रखने वालो में नाराजगी है। डीएमके I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल है। ज्ञापन देने वालो में सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी, एक्स वीसी एवं सेवानिवृत्त न्यायाधीश सम्मिलित थे।
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ले. जनरल विश्म्भर सिंह, पूर्व न्यायाधीश प्रशान्त अग्रवाल पूर्व आईएएस ललित के पंवार , से.नि. आईजी मदनसिंह राठौड़, से.नि. कर्नल देवानंद लोहमरोड़ सहित 63 गणमान्य नागरिको ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। जिसमें सेवानिवृत्त ले. जनरल कर्नल, ब्रिगेडियर भी सम्मिलित थे।
पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सहित कई सेवानिवृत्त उच्च अधिकारियो ने इस ज्ञापन के माध्यम से सनातन के अपमान पर आपत्ति दर्ज करवाई और विधिक प्रक्रिया के द्वारा कठोर कार्रवाई की मांग रखी है।
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