जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा एनएचआई के सहयोग से बन रहे राष्ट्रीय राजमार्गों ( Road projects) तथा आधारभूत ढांचे के विकास से संबंधित अन्य परियोजनाओं को पूरा करने में राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी। राज्य सरकार के स्तर पर भूमि अधिग्रहण, मुआवजा राशि के वितरण सहित अन्य बाधाओं को प्राथमिकता से दूर किया जाएगा।
श्री गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर 8 हजार 500 करोड़ की लागत से 1127 किलोमीटर लंबी 18 सड़क परियोजनाओं के वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इनमें से 11 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 7 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास परियोजनाओं में राजनीतिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। ‘हर कलम सिर्फ जनहित में चले’ हमारी सरकार इसी सोच के साथ काम कर रही है। इसी भावना से हमने बीते बीस सालों में जब-जब भी हमारी सरकार रही प्रदेश में गांव-ढाणी और सुदूर सीमावर्ती क्षेत्र तक सड़कों का मजबूत नेटवर्क तैयार करने का काम किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की परियोजनाओं को गति देने के लिए श्री गडकरी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए श्री गडकरी की गहन सोच यह दर्शाती है कि वे किस प्रतिबद्धता से अपने काम को अंजाम देने में लगे हैं।
श्री गहलोत ने निर्माणाधीन दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस (New Delhi -Mumbai express highway) से जयपुर-दौसा लिंक (Jaipur –Dausa) को जोड़ने, अमृतसर से जामनगर के बीच बनाए जा रहे एक्सप्रेस-वे में जोधपुर से पचपदरा के बीच सिक्स लेन सड़क विकसित करने, जोधपुर में यातायात के दबाव की समस्या को दूर करने के लिए एलिवेटेड रोड की डीपीआर तैयार करने, बीते चार वर्षों में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सैद्धांतिक रूप से घोषित 50 नेशनल हाइवेज के लंबित गजट नोटिफिकेशन को जारी करने, लंबे समय से अधूरे पड़े दिल्ली-जयपुर हाइवे को पूरा करने तथा जालौर में आरओबी निर्माण के लिए स्वीकृति देने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस-वे के आस-पास केन्द्र सरकार के सहयोग से लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग एवं एंटरटेनमेंट पार्क, टाउनशिप, नए औद्योगिक क्षेत्र आदि विकसित करने के कार्य में राज्य सरकार भी आगे बढ़कर कार्य करेगी।
इससे पहले केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राजस्थान के सड़क विकास से संबंधित इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए कहा कि जिस सुखी, समृद्ध और खुशहाल राजस्थान का सपना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देखा है, उसे साकार करने में उनका मंत्रालय हरसंभव मदद करेगा। श्री गडकरी ने इस अवसर पर केन्द्रीय सड़क निधि से प्रदेश में एक हजार करोड़ के नए कार्यों की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के सड़क विकास से संबंधित विभिन्न कार्यों को गति देने में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी.के.सिंह, केन्द्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने भी संबोधित किया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्य मंत्री परिषद के अन्य सदस्य, विभिन्न सांसद, विधायक आदि जनप्रतिनिधि तथा एनएचएआई के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़े। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई भी मौजूद थे। सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने आभार व्यक्त किया।
इनका किया लोकार्पण
जयपुर रिंग रोड़ (आगरा रोड़ से अजमेर रोड़ के बीच) पर 6 लेन सड़क, दौसा-लालसोट-कोथून खण्ड के फोर-लेन चौड़ाईकरण दो-लेन-पेव्ड शोल्डर के साथ, सुंदरा-म्याजलार-धनाना-अस्तर-घोटारू-तनोट खंड में मुनाबाव से दो-लेन पेव्ड शोल्डर कार्य, बावड़ी कलां-सरवा-साता बखासर खंड में गागरिया से एवं साता से गांधव तक दो-लेन पेव्ड शोल्डर कार्य, कोटा-दरा खंड, बालोतरा-सांडेराव खंड (बालोतरा से मोकलसर तक), बालोतरा-सांडेराव खंड (मोकलसर से जालौर तक), बालोतरा-सांडेराव खंड (आहोर से सांडेराव तक), राजगढ़ से हरियाणा बॉर्डर खंड, वजवाना-बांसवाड़ा खंड, नागौर बायपास।
इनका किया शिलान्यास
जयपुर रिंग रोड़ पर टोंक रोड़ एवं अजमेर रोड़ पर क्लोवरलीफ का निर्माण कार्य, नागौर-बीकानेर खंड पर दो-लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण कार्य, अजमेर-नागौर खंड पर दो-लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण कार्य, ब्यावर-आसींद खंड पर दो-लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण कार्य, आसींद-माण्डल खंड पर दो-लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण कार्य, ब्यावर-गोमती खंड पर फोर-लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण कार्य (ब्यावर से भीम तक), ब्यावर-गोमती खंड पर फोर-लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण कार्य (भीम से बघाना तक एवं मादा की बस्सी से गोमती तक)।