जयपुर। राजस्थान सरकार (Rajasthan Government)का ‘नो मास्क-नो एंट्री’ का स्लोगन (No Mask no Entry Campaign)पूरी दुनिया(England) में काफी मशहूर हो रहा है। राजस्थान सरकार की जन जागरूकता पहल को अपनाते हुए अब इंग्लैंड के अस्पताल में भी ‘नो मास्क-नो एंट्री’ के स्टीकर्स लगाए जा रहे हैं।
इस संबंध में वेक्सहम पार्क हॉस्पिटल में काम करने वाली लीड मिडवाइफरी सारा कॉक्सन ने पाली के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. हरीश कुमार को एक ईमेल लिखा है और राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘नो मास्क-नो एंट्री’ स्लोगन की प्रशंसा की है और अपने अस्पताल में इसी तरह के ‘नो मास्क-नो एंट्री’ के स्टीकर्स लगवाए हैं।
उन्होंने लिखा है कि कोरोना को रोकने में इस तरह के छोटे आइडियाज का आदान-प्रदान काफी उपयोगी साबित हो सकता है। उल्लेखनीय है कि वेक्सहम पार्क हॉस्पिटल नेशनल हेल्थ सर्विस हॉस्पिटल है। यह बकिंघमशायर के वेक्सहम में स्थित है। इसे फ्रिमली हेल्थ एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है।
राजस्थान सरकार ने राजस्थान में 2 मार्च 2020 को कोरोना का पहला केस सामने आते ही सक्रियता दिखाई। शुरू से ही लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया, बार-बार हाथ धोने और 2 गज की दूरी बनाए रखने का संदेश दिया गया। लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरुक करने के उद्देश्य से प्रदेश में 21 जून से कोरोना जन जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान के अंतर्गत राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने कोरोना से बचाव के लिए कई नवाचार अपनाए।
हाल ही में 2 अक्टूबर 2020 को राजस्थान सरकार के स्वायत्त शासन विभाग द्वारा ‘कोरोना के विरुद्ध जन आंदोलन’ शुरू किया गया। इस आंदोलन के अंतर्गत ‘नो मास्क-नो एंट्री’ के स्लोगन को प्रमुखता से प्रसारित किया जा रहा है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को मास्क वितरित किए जा रहे हैं।