जयपुर। ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (एआईएमआरए) के तहत मेनलाइन (ऑफलाइन) रिटेलर्स, देश के 1.5 लाख से अधिक मोबाइल रिटेलर्स का प्रतिनिधित्व करने और काम करने वाले एक शीर्ष निकाय ने डिजिटल रूप से ब्रांड द्वारा मेनलाइन रिटेल के विरुद्ध दमनात्मक नीतियों के खिलाफ एक साथ मिलकर #FightForRight, #HaKKiLadai की घोषणा की। कठिन COVID-19 के युग में, बाजार पहले से ही अशांति और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है, ऊपर से रिटेलर्स आज ब्रांडों की शिकारी और भेदभावपूर्ण नीतियों के प्रकोप का सामना कर रहे हैं, जो ऑनलाइनर्स के पक्ष की नीतियों से रिटेल को तहस नहस कर रहे है, जिससे अस्तित्व की संभावना को नष्ट कर रहे हैं। अब तक देश मे 40 हज़ार से ज्यादा रिटेल स्टोर्स इन नीतियों के कारण बन्द हो चुके है या भारी नुकसान के चलते बन्द होने वाले है जिससे बेरोजगारी वृद्धि ही रही है और एक चलती हुई इंडस्ट्री मरणासन पर है।
राजस्थान में राज्य के 10,000 से अधिक मोबाइल रिटेल स्टोर हैं जो इन शिकारी नीतियों के कारण अस्तित्व के खतरे का सामना कर रहे हैं। एसोसिएशन ऑनलाइन व्यापार को विनियमित करने के लिए एक राष्ट्रीय नियामक निकाय की मांग कर रहा है। इससे संतुलित व्यापार बनाने में मदद मिलेगी
राजस्थान राज्य के उपाध्यक्ष (एआईएमआरए) नवनीत पाठक ने कहा कि निम्नलिखित मुद्दों की पहचान की गई है जिन पर खुदरा व्यापार को बचाने के लिए तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हैः पहले 7 दिनों के लिए उत्पाद उपलब्धता के साथ ऑनलाइन चैनल के लिए विशेष उत्पाद लॉन्च और केवल ऑनलाइन (अधिमान्य बिक्री / खिड़की अवधि)। भेदभावपूर्ण मूल्य निर्धारण, ऑफ़लाइन चैनलों की तुलना में ऑनलाइन के लिए कम। ब्रांड सभी के बजाय चुनिंदा खुदरा विक्रेताओं को उत्पादों की पेशकश करके विभाजनकारी नीति का सहारा ले रहे हैं। खुदरा मार्जिन में कमी। वित्तीय संस्थानों द्वारा उनके डिजिटल लेनदेन पर लगाए गए महत्वाकांक्षी कमीशन के कारण उत्पाद की बिक्री पर नुकसान होता है। क्रेडिट लाइनों में कमी, अग्रिम भुगतान ने व्यवसाय की लागत को और बढ़ा दिया है। जीएसटी कानून के तहत विलंबित क्रेडिट नोट्स। इन मुद्दों को सुलझाने के लिए एसोसिएशन ने अब ब्रांड्स से लेकर सरकारी स्टेक होल्डर्स, फाइनेंसर्स आदि के लिए विभिन्न स्तरों पर अपनी आवाज बुलंद करने की योजना बनाई है। #FightForRight# अभियान के तहत जिला स्तरीय निकायों का गठन किया जा रहा है। राजस्थान के राज्य को 7 ज़ोन में विभाजित किया गया है, जिसमें सभी 33 ज़िलों को शामिल किया गया है, जिसमें 18 जिला निकाय पहले से ही डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म द्वारा बनाए जा चुके हैं।
इसी के चलते जयपुर एआईएमआरए निकाय की स्थापना सुनील गुप्ता; राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष, श्री हरनाम सिंह; राजस्थान राज्य महासचिव, श्री संदीप अनेजा; उपाध्यक्ष राजस्थान राज्य और जिले के 500 से अधिक खुदरा विक्रेताओं की वरचुअल मौजूदगी में हुई। इस समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष, कैलाश लखियानी; राष्ट्र अध्यक्ष, अरविंदर खुराना; राष्ट्रीय महासचिव, भावेश सोलंकी और वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विभूति प्रसाद ने शिरकत की और अपना आशीर्वाद प्रदान किया।