जयपुर। मुख्य सचिव निरंजन आर्य (Chief Secretary Niranjan Arya)ने अधिकारियों को आम जनता की शिकायतोें, परिवेदनाओं की नियमित मॉनिटरिंग कर उनका तार्किक समाधान करने के निर्देश दिये है। श्री आर्य सोमवार को शासन सचिवालय में विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिवों, सचिवोें और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से विकास कार्यों की प्रगति की जिला स्तरीय माॅंनिटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जनकल्याणकारी योजनाओं का जिला स्तर पर भी सफल और प्रभावी क्रियान्वयन हो। उन्हाेंने कहा कि आम आदमी की परिवेदनाओं को दूर करने पर हमें व्यक्तिगत रूप से भी आत्मसंतुष्टि मिलती है।
उन्होंने अधिकारियों को जवाबदेह और पारदर्शी शासन व्यवस्था को अपनाते हुए राज्य की जनता के हित मेें कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर जनसुनवाई, सम्पर्क पोर्टल आदि में प्राप्त होने वाली शिकायतों और परिवेदनाओं का नियमित और प्रभावी निरीक्षण कर उनका नियमित रूप से निस्तारण करते रहना होगा। उन्होंने कहा कि सचिव स्तर पर यह आपकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है जो आपसी समन्वय और टीमवर्क से ही पूरी हो सकती है।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से आमजनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का आह्वान करते हुए कहा कि समय-समय पर नई-नई चुनौतियों आती रहती है, इससे हमारी जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाती है। उन्होंने राज्य सरकार की प्राथमिकताओं और आदेशों को तीव्रता से क्रियान्वित करने के साथ ही बेहतर परिणाम प्रदान कर आम जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव, वित्त अखिल अरोरा, प्रमुख शासन सचिव स्कूल शिक्षा,अपर्णा अरोरा, प्रमुख शासन सचिव जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग, श्रीमती श्रेया गुहा, प्रमुख शासन सचिव उद्योग, नरेश पाल गंगवार, प्रमुख शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग,राजेश कुमार यादव, प्रमुख शासन सचिव, नगरीय विकास विभाग, भास्कर सावंत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव गायत्री राठौड़, स्वायत्त शासन विभाग के सचिव भवानी सिंह देथा, ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायतीराज विभाग की सचिव मंजू राजपाल, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. प्रीतम बी यशवन्त, श्रम विभाग के सचिव डॉ. नीरज के. पवन, परिवहन विभाग के सचिव रवि जैन, पर्यावरण विभाग के सचिव दीपनारायण पाण्डे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।