जयपुर। महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं लेकिन फिर भी हेल्थ और एजुकेशन तथा करियर के चुनाव में उन्हें अब भी पूरे अधिकार नहीं मिले हैं। अब जरूरत है इसी गैप को कम करने की है। प्रताप आईवीएफ की चेयरपर्सन डॉ सुमन कंवर तंवर का जो प्रोजेक्ट ‘मानसी’ के अनावरण पर यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट और प्रोफेसर को संबोधित कर रही थी। प्रताप आईवीएफ और एमिटी यूनिवर्सिटी के जेंडर सेल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस टॉक शो का संचालन, यूनिवर्सिटी की डॉ. विजी चौधरी ने किया।
डॉ. सुमन ने आगे बताया, प्रोजेक्ट मानसी महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, परिवार से लेकर फाइनेंस के बारे में जागरूक करेगा। इस प्रोजेक्ट में वे सभी महिलाएं जुड़ सकती हैं जिन्हें या तो स्वयं मदद की आवश्यकता है या फिर जो अन्य महिलाओं की मदद करना चाहती हैं।
आयोजन में मेंस्ट्रुअल हेल्थ और हाइजीन पर एमिटी यूनिवर्सिटी की महिला प्रोफेसर के साथ विस्तृत चर्चा हुई। जिसमें प्रताप आईवीएफ की डॉ सुमन, डॉ रुचि सिंह और डॉ कंचन ने सभी श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर दिए। प्रताप आईवीएफ डायरेक्टर, डॉ. रुचि ने बताया कि प्रताप आईवीएफ महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण है, जिसमें संचालन से लेकर डॉक्टर्स की टीम तक ज्यादातर महिलाएं सदस्य ही हैं।
डॉ. रुचि सिंह ने बताया कि कामकाजी महिलाओं को अपने आर्थिक और स्वास्थ्य के फसलों को लेने के प्रति पूरा जागरूक रहना चाहिए, महिलाओं को भी बराबर संसाधन उपलब्ध होने चाहिए, जिससे उन्हें भी बराबरी का मौका मिले।
आयोजन के दौरान एक प्रतिस्पर्धा में “मानसी एमिटी यूनिवर्सिटी” का खिताब भी दिया गया जिसमें डॉ सोनल खंडेलवाल को प्रथम, डॉ पल्लवी मिश्रा को दूसरा और डॉ तनुश्री को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।