जयपुर। उद्योग मंत्री (Industry Minister) परसादी लाल मीणा ने कहा कि खादी संस्थाओं (Khadi institutions) को रोजगार से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। खादी को मौजूदा दौर के हिसाब से तैयार किए जाने की जरुरत है। खादी को लेकर प्रदेश सरकार सवेंदनशील है और उन्हें लगातर संबल देने के प्रयास किए जा रहें हैं। श्री मीणा ने यह बात शुक्रवार को खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के शुभारंभ के दौरान कही।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में खादी एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं की हैं। पांच हजार से अधिक कत्तिनों एवं 300 बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण अवधि में कत्तिनों एवं बुनकरों को क्रमशः 300 एवं 500 रुपये प्रतिदिन स्टाईपेंड दिया जाएगा। इनमें से 500 कत्तिनों को चरखे तथा 300 बुनकरों को लूम भी वितरित किये जाएंगे।
श्री मीणा ने कहा कि राजस्थान में करीब 160 खादी संस्थाएं अच्छा काम कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं को मजबूत करने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगें। बजट में भी 10 हजार कत्तिनों एवं बुनकरों को इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना में ब्याज मुक्त ऋण दिए जाने का फैसला किया गया है।
20 मार्च तक चलेगी प्रदर्शनी
खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी, राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड एवं राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के संयुक्त तत्वाधान में गांधी नगर रेलवे स्टेशन के पास स्थित खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के परिसर में आयोजित हो रही है। प्रदर्शनी आमलोगों के लिए दोपहर 12 बजे से रात्रि 8ः30 बजे तक खुली रहेगी। जिसमें प्रवेश निःशुल्क है। प्रदर्शनी 20 मार्च तक चलेगी।
इस अवसर पर उद्योग विभाग की संयुक्त सचिव सुश्री चिन्मयी गोपाल, शासन सचिव आशुतोष ए. टी पेडणेकर, खादी ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक बद्रीलाल मीणा, राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के सचिव मूलचंद, राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के अध्यक्ष रामदास शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।