जयपुर। राज्य में चूरु जिले के मालासर व बीकानेर जिले के नोखा में एक एक नए (Biomass power plants ) बायोमॉस पॉवर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने यह जानकारी मंगलवार को यहां राज्य उर्जा विकास निगम की वार्षिक साधारण सभा में दी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले अक्टूबर माह में ही जयपुर के फागी व बीकानेर के छतरपुर मेें एक एक (Biomass power plants Project) बायोमॉस पॉवर प्रोजेक्ट लगाने की स्वीकृति दी गई है।
एसीएस एनर्जी डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य में समग्र विद्युत व्यवस्था की नियमित मोनेटरिंग के लिए प्रतिमाह एनर्जी एफिसिएंसी कमेटी की बैठक में समीक्षा की जाएगी वहीं कोआर्डिनेशन रिव्यू कमेटी को सक्रिय व कारगर बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य मेें निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाए रखने और सस्ती दर पर विद्युत की उपलब्धता तय करने के लिए दीर्घकालीन कार्ययोजना को अंतिम रुप दिया जा रहा है।
उन्हाेंंने बताया कि पिछले माह ही आयोजित उर्जा विकास निगम की संचालक मंडल की बैठक में राज्य के चार विण्ड प्लांटों से 2 रुपए 44 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद दर तय की जा चुकी है।
राजस्थान उर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक भास्कर ए सावंत ने बताया कि राज्य में बिजली के उत्पादन, उपलब्धता और मांग की लगातार मोनेटरिग की जा रही है और देशव्यापी विपरीत परिस्थि्तियों के बावजूद राज्य में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखने के प्रयास किए गए हैं।
उन्होंने विस्तार से वर्तमान हालात से निपटने के लिए की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी।
वार्षिक साधारण सभा में अंकेक्षित लेखे व आगामी प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई।
उर्जा विकास निगम की वार्षिक साधारण सभा में वित्त सचिव टी. रविकांत, विद्युत उत्पादन निगम के सीएमडी आरके शर्मा, जयपुर डिस्कॉम के एमडी नवीन अरोड़ा, वित्त विभाग के प्रतिनिधि जेएस एक्सपण्डीचर मेवाराम जाट, गोपाल विजय व सदस्यों ने हिस्सा लिया।