जयपुर। राजधानी के जयपुर नगर निगम ग्रेटर (Jaipur Greater Municipal Corporation) की निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर (Somya Gurjar) के पति व बीवीजी कंपनी (BVG Company) के प्रतिनिधि को बुधवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने एसीबी न्यायालय में पेश किया। न्यायालय (ACB Court) ने दोनो को 2 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB Team, Rajasthan) की टीम ने एसीबी कोर्ट (ACB Court Rajasthan) में पेश किया जहां आरोपियों ने अपनी दलील में राम मंदिर (Ram Mandir) और प्रताप फांउडेशन (Pratap foundation) में चंदा देने का जिक्र किया। कंपनी की और से सीएसआर (CSR Fund)के तहत 2 प्रतिशत राशि खर्च की जाती है।
बीवीजी कंपनी (BVG Company, Jaipur) के प्रतिनिधि व निलंबित महापौर के पति ने कहा कि एसीबी ने मनगढ़त कहानी रचकर मुकदमा दर्ज किया है।
एसीबी की दलीलों का इनके अधिवक्ताओं ने विरोध किया। न्यायाधीश उपेंद्र शर्मा ने बहस सुनकर दोनें की रिमांड स्वीकार कर ली।
दरअसल मंलवार को एसीबी ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर (Jaipur Greater Municipal Corporation) की निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर (Suspended Mayor Somya Gurjar) के पति व बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि को 276 करोड़ रुपये के भुगतान के बदले दस प्रतिशत कमीशन करीब 20 करोड़ रुपये की सादेबाजी मामले में गिरफतार किया।