बीकानेर। अधिकारियों की उदासीनता स्थानीय नागरिकों पर भारी पड़ती है। देखा गया है कि अधिकांश अधिकारी दूसरे शहर या राज्यों से संबंध रखते हैं, वह मात्र नौकरी की औपचारिकता करने के लिए बीकानेर शहर में आते हैं और चले जाते हैं,लेकिन कई बार उनकी गलती या उदासीनता का खमियाजा स्थानीय नागरिकों को भुगतना पड़ता है। बीकानेर नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी का प्रतिकूल असर स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ नगर निगम के राजस्व पर भी पड़ रहा है।
इस बार मामला है नक्शे में फेरबदल का,या यूं कहें कि सीमा ज्ञान के साथ छेड़छाड़। बीकानेर नगर निगम की सीमा के साथ छेड़छाड़ की गई है। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि यह सीमा के साथ-साथ छेड़छाड़ जानबूझकर की गई है या अनजाने में,लेकिन इतना तय है कि बार-बार अवगत करवाए जाने के बाद बावजूद अभी तक इसमें सुधार नहीं किया गया है।
बीकानेर नगर निगम की सीमा को दर्शाते हुए नक्शे कई बार जारी किए गए,जो कि 19 फरवरी 1982 को जारी गजट नोटिफिकेशन के आधार पर ही है, इसी सन्दर्भ में 27 मार्च, 2025 को बीकानेर नगर निगम आयुक्त ने पत्र जारी किया।
परन्तु पिछले नक्शे को बनाते समय गजट नोटिफिकेशन को दरकिनार कर बीकानेर की सीमा को कम कर दिया गया है,जिससे राजस्व का भारी नुकसान बीकानेर नगर निगम को हो सकता है और स्थानीय नागरिकों को भी इस गलती की वजह से भारी नुकसान हो सकता है।
बीकानेर का मूल नक्शा 2023 तक नगर निगम की सीमा को दर्शाता था वह गजट नोटिफिकेशन के आधार पर ही बना हुआ था, परन्तु 2019 में जिस टीम को नक्शे बनाने का कार्य सौंपा गया था उसने स्केल (स्केलिंग में साफ़ बताया गया हैं की जूनागढ़ किले से श्री गंगानगर रोड पर माजीसा की प्याऊ की दूरी कितनी है ) को दरकिनार करके नक्शे में नगर निगम की सीमा को कम कर दिया, जिसे आज तक सुधारा आज तक नहीं गया है।
बीकानेर नगर निगम का नक्शे का सीमा क्षेत्र गजट नोटिफिकेशन से भी मेल नहीं खाता है। गजट नोटिफिकेशन में बीकानेर नगर निगम की सीमा को उत्तर क्षेत्र में इस प्रकार से दर्शाया गया है:-
कोलायत रेलवे लाइन का अनूपगढ़ रोड की क्रॉसिंग के उतराद में हनुमान जी का मंदिर (बजरंग धोरा) से पूर्व की और सीधे चलते हुए चक गर्बी क्षेत्र मंक से होते हुए श्री गंगानगर रोड पर माजीसा की प्याऊ तक।
इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने पर पाया गया की बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र को भी बीछवाल गाँव का हिस्सा बताया जा रहा है, जबकि वार्ड 14 के परिसीमन में इस क्षेत्र को वार्ड 14 में दिखाया गया है,इस बाबत अधिक जानकारी के लिए ग्राम पंचायत पेमासर के सरपंच तोलाराम कूकणा की ओर से प्रमाणित किया गया है कि बीछवाल गांव की सीमा स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय से बीछवाल गांव की तरफ ही है। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय से बीकानेर की तरफ का क्षेत्र बीछवाल गांव व ग्राम पंचायत पेमासर के अधीन नहीं है।
इसके साथ साथ बात करें बीकानेर वार्ड संख्या 14 की तो स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र और भेड़ ऊन फार्म, सिंचित क्षेत्र सीएडी कॉलोनी इसके अंतर्गत आते हैं।
कुल मिलाकर बीकानेर नगर निगम की उत्तर दिशा की सीमा के साथ छेड़छाड़ की गई है, इसे सुधारा जाना चाहिए। लेकिन अधिकारियों की जानकारी में होने के बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
अतः 1974 के मूल नक्शे के आधार पर गजट नोटिफिकेशन जारी हुआ था तो उसके हिसाब से ही अभी के नक्शे को सही किया जाना चाहिए और 2019 में जो नक्शा बनाया गया था उसमे सुधार कर उत्तर दिशा में उसे मूल नक्शे के अनुरूप बनाया जाना चाहिए।
इनका कहना है
उक्त प्रकरण की सूचना मिली है। इसकी पूरी गम्भीरता से जांच करवाई जाएगी। जांच में सही तथ्यों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
– मयंक मनीष,आयुक्त
नगर निगम, बीकानेर