अभिलेखाधिकारियों की राष्ट्रीय समिति (NCA) का दो दिवसीय अधिवेशन संपन्न
बीकानेर। केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि अभिलेख राष्ट्र की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर है। इस धरोहर को संरक्षित एवं सुरक्षित रखने से अभिलेखागारों का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय अभिलेखागार, नई दिल्ली एवं राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित’अभिलेखाधिकारियों की राष्ट्रीय समिति (NCA)’ के दो दिवसीय 46वें अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होने कहा कि वर्तमान सूचना के युग में अभिलेखागारों की महत्ता और अधिक बढ़ गयी हैं। इसलिए इनको संरक्षित और सुरक्षित रखना बेहद जरुरी है। इससे आने वाली पीढ़ी को रियासतों के साथ हमारे इतिहास की भी जानकारी मिल सकेगी।
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थम्ब प्रिंटेड पीजेन्ट्स स्पीक टू गांधी का विमोचन
इस दौरान केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अर्जुनराम मेघवाल ने राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा प्रकाशित ”थम्ब प्रिंटेड पीजेन्ट्स स्पीक टू गांधी” पुस्तक के द्वितीय-खण्ड का विमोचन किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि कुमार प्रशांत, अध्यक्ष गांधी पीस फाउण्डेशन, नई दिल्ली ने अभिलेखागार एवं गांधी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
इतिहासकार पुरस्कार
कार्यक्रम में राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर द्वारा कुमार प्रशांत, अध्यक्ष गांधी पीस फाउण्डेशन, नई दिल्ली को इतिहासकार पुरस्कार वर्ष 2023 का प्रदान किया। जिसमें विभाग के पूर्व कर्मचारी स्व. बद्रीनारायण थानवी के परिवार ने राशि रू. 11000/- का चेक प्रदान किया।
अभिलेखाधिकारियों की राष्ट्रीय समिति ने इन मुद्दों पर की चर्चा
अभिलेखाधिकारियों की राष्ट्रीय समिति (NCA) के अधिवेशन के प्रथम दिन ”नेशनल कमेटी ऑफ आर्काइविस्टस (NCA)” के 03 बिजनेस सेशन के तहत 05 एजेंडा पर रेजोल्यूशन पारित किये गये।
1. अभिलेखागारीय संग्रह की स्थिति
2. सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के अभिलेखागारों को अभिलेखों के हस्तांतरण
3. अभिलेखागारों की वैधानिक स्थिति
4. बजट की उपलब्धता एवं व्यय पर विस्तृत चर्चा
5. अभिलेखों को लम्बे समय तक सुरक्षित एवं संरक्षित रखने हेतु डिजिटाईजेशन का कार्य करवाने पर बल दिया गया।
इस दौरान विभिन्न अभिलेखागारों ने अपने-अपने अभिलेखागारों में कराये गये डिजिटाईजेशन कार्य की प्रगति से सबको अवगत करवाया। इन चर्चाओं में राष्ट्रीय अभिलेखागार के महानिदेशक अरूण सिंघल, उप निदेशक डॉ. संजय गर्ग, माईक्रोफोटोग्राफिस्ट जे.के. लूथरा, उत्तर प्रदेश अभिलेखागार के निदेशक उमा द्विवेदी, हरियाणा अभिलेखागार के निदेशक राजीव रतन, गुजरात अभिलेखागार निदेशक डॉ. शैलेश सोलंकी, हिमाचल प्रदेश अभिलेखागार निदेशक छवी नन्टा, अरूणाचल प्रदेश अभिलेखागार अतिरिक्त निदेशक नानी सोली, गोवा अभिलेखागार निदेशक ब्लोसम, पुदुचेरी के मुरूगसेन, बिहार अभिलेखागार निदेशक डॉ. सुमन कुमार, पश्चिम बंगाल अभिलेखागार पुरालेखपाल डॉ. मधुरिमा सेन इत्यादि ने भाग लिया।
द्वितीय दिवस 05 सितम्बर, 2023 को ”अभिलेखाधिकारियों की राष्ट्रीय समिति (NCA)” के तहत 05 एजेंडा पर रिजोलूशन पारित किये गये।
1.अभिलेखों तक ऑनलाईन पहुंच
2.गत 02 वर्षों में प्रदर्शनी एवं विभिन्न स्कूल/कॉलेजों द्वारा अभिलेखागारों के भ्रमण द्वारा आम जनता तक पहुंच
3.गत 05 वर्षों में राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा दी गई वित्तीय सहायता
4.गत 05 वर्षों में राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा दी गई वित्तीय सहायता के उपयोगिता का प्रमाणिकरण पर चर्चा
5.रीजनल रिकॉर्ड सर्वे समिति का पुनर्गठन पर चर्चा हुई।
इस प्रकार उक्त 02 दिवसीय कार्यक्रम में कुल 10 एजेंडा पर रेजोल्यूशन पारित किये गये।
इन पर एस. बाला सुब्रमनियन, साईंटिफिक ऑफिसर, राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा अभिलेखों के परिरक्षण में आने वाली समस्या एवं समाधान पर अपना प्रजेण्टेशन दिया। बंगाल अभिलेखागार की निदेशक डॉ. मधुरिमा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ”डिजिटाईजेशन ऑफ आर्काईवल डॉक्यूमेंट्स प्रॉबलम एण्ड चैलेंजेज” पर व्याख्यान दिया।
इस दौरान वेटरनरी ऑडिटोरियम राजुवास व बसंत विहार होटल में दोनों दिन कई सत्र हुए।
इस राष्ट्रीय अधिवेशन जो 11 वर्ष पश्चात् आयोजित हो रहा था, में देशभर के 15 से अधिक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के निदेशक एवं अन्य अधिकारीगण, राष्ट्रीय अभिलेखागार के महानिदेशक एवं अन्य अधिकारी सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के समापन पर राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर के द्वारा सभी अतिथियों का राजस्थानी पारम्परिक प्रथा से सम्मान कर भेंट दी गई तथा डॉ. महेन्द्र खड़गावत, निदेशक, राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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