बीकानेर। लम्बे अंतराल के बाद सोमवार को जिले में 9 से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों (ReOpen schools in Bikaner) के लिए स्कूल खुले। विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मद््देनजर संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर ने सोमवार को स्वयं कुछ स्कूलों का निरीक्षण कर नियमों की अनुपालना की वास्तविक जानकारी ली। जिला कलक्टर ने निजी और सरकारी स्कूलों का निरीक्षण कर कोविड 19 एडवाइजरी की अनुपालना की जानकारी ली और संचालकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। घने कोहरे के बीच स्कूल पहुंचे विद्यार्थियों में स्कूलें खुलने का उत्साह स्पष्ट नजर आया।
संभागीय आयुक्त बी एल मेहरा ने भी स्कूलों में कोरोना एडवाइजरी अनुपालना की स्थिति का निरीक्षण किया। मेहरा ने शिबवाड़ी स्थित माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 9 वीं और 10 वीं के विद्यार्थियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से सतर्कता के साथ-साथ अपनी शिक्षा के प्रति सभी विद्यार्थी विशेष संजीदगी बरतें। मेहरा ने विद्यालय के स्टाफ से कोरोना एडवाइजरी अनुपालना के लिए की गई व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली और किसी प्रकार की कोताही ना बरतने के निर्देश दिए।
मेहरा ने कहा कि संस्था प्रधान नियमों की अनुपालना के प्रति कठोर रहें, कक्षाओं में कुल क्षमता के 50 प्रतिशत ही विद्यार्थी बिठाएं जाएं। यदि कोई विद्यार्थी अनुशासन में नहीं रहता तो अभिभावकों का भी सहयोग लें और व्यवस्थाएं बनाए रखें।
बीएलओ को भी दिए निर्देश
शिवबाड़ी की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान संभागीय आयुक्त व संभाग के रोल ऑब्जर्वर मतदाता सूची पुनरीक्षण बीएल मेहरा ने बीएलओ से बातचीत की और उन्हें निर्देश दिए कि नाम जोड़ने के साथ-साथ नाम काटने का काम भी करें। ऐसा ना हो कि किसी मृत व्यक्ति का नाम भी मतदाता सूची में लिखा रह जाए। जब भी आप घर- घर सर्वे करें तो शादीशुदा बच्चियों आदि की भी जानकारी लें और अपडेट करें या किसी बुजुर्ग का स्वर्गवास हुआ है तो ऐसे नाम भी मतदाता सूची से काटे जाएं।
अपनी व अपनों की सुरक्षा के लिए करें नियमों की पालना
जिला कलक्टर मेहता ने जयनारायण व्यास काॅलोनी स्थित आरएसवी और जयपुर रोड़ स्थित बीकानेर बाॅयज स्कूल पहुंचकर कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए अपनाए गए उपायोें की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से भी मुलाकात की और उनकी हौंसला अफजाई करते हुए नियमों का पालना करने की नसीहत दी।
जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते एक लम्बे अंतराल के बाद स्कूल खोले गए हैं। स्कूल खोले जाने का यह अर्थ बिल्कुल नहीं है कि कोरोना का खतरा समाप्त हो गया है बल्कि अभी और सावधानी बरतने की जरूरत होगी। मेहता ने कहा कि विद्यार्थियों की शिक्षा का हर्जा नहीं हो इसके मद््देनजर सरकार ने स्कूल खोले जाने का फैसला लिया है। लेकिन स्वयं को और अपने परिवारजनों को इस बीमारी से सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी हर विद्यार्थी की भी है।
मेहता ने कहा कि कोविड 19 से अपनों की सुरक्षा के लिए स्कूलों को बंद रखना मजबूरी रही। लेकिन अब भी खतरा टला नहीं है इसलिए सभी बच्चे कोरोना एडवाइजरी की अक्षरशः अनुपालना करें। दोस्तों से मिलें लेकिन सामाजिक दूरी के नियम की अनुपालना करें, टिफिन शेयर ना करें , हाथ ना मिलाएं ना ही गले मिले। मास्क पहनें औैर सेनेटाइजर का नियमित रूप से उपयोग करें। अनावश्यक रूप से अपने चेहरे नाक, मुंह आदि का ना छुएं।
जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान स्कूल में उपस्थित विद्यार्थियों से कोरोना एडवाइजरी के तहत जारी नियमों की भी जानकारी ली। जिला कलक्टर ने विद्यार्थियों को अपने अध्ययन पर ध्यान केन्द्रित करने की सलाह देते हुए कहा कि शिक्षा जीवन का आधार है। शिक्षित व्यक्ति समाज की प्रगति का द्योतक है। पूरी एकाग्रता औैर विश्वास के साथ अपने लक्ष्य हासिल करने में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि फाइनल एग्जाम में अधिक समय नहीं है अतः अपने समय का पूरे सदुपयोग करते हुए पूरी निष्ठा से अध्ययन करें।
स्कूल के संस्थापक व प्राचार्य सुभाष स्वामी ने बताया कि विद्यालय द्वारा राज्य सरकार की ओर से जारी कोविड गाइडलाइन की पूरी तरह पालना करवाई जा रही है। मास्क, सेनेटाइजर आदि का स्टाॅक रखा गया है और सभी शिक्षकों को नियमों की अनुपालना के सम्बंध में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
मेहता ने उदासर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया। विद्यालय में कक्षाओं के बाहर सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई थी।सभी विद्यार्थी मास्क पहने नजर आए। जिला कलक्टर ने कक्षाओं में पहुंच कर कोरोना गाइडलाइन के बारे में बच्चों से जानकारी ली। इस दौरान एडीपीसी (शिक्षा विभाग) हेतराम बिश्नोई भी साथ उपस्थित रहे।