बीकानेर(Bikaner)। हिंदी साहित्य भारती की राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक वर्चुअल माध्यम से रविवार को आयोजित हुई जिसमें संगठन के विभिन्न उद्देश्यों के साथ ही हिंदी भाषा की वर्तमान संवैधानिक स्थिति पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ रजनीश शर्मा ने की, महामंत्री डॉ राजेंद्र सिंघवी ने संगठन के उद्देश्यों की जानकारी दी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री योगेन्द्र शर्मा ने समस्त सदस्यों का परिचय करवाया ।
प्रदेश प्रवक्ता गौरीकांत शर्मा ने बताया कि राघव शर्मा की ओर से गाई गई मां सरस्वती की वंदना के साथ बैठक का शुभारम्भ हुआ। अध्यक्षता करते हुए डॉ. शर्मा ने नवगठित कार्यकारिणी का स्वागत किया I उन्होने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा तक मातृभाषा के माध्यम से शिक्षण को स्थान दिलाने में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल जी के प्रयासों की चर्चा की और इसे हिन्दी साहित्य भारती की अप्रतिम सफलता बताया I
महामंत्री डॉ. सिंघवी ने संगठन की नियमावली से सदस्यों को परिचित करवाते हुए उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु कार्ययोजना प्रस्तुत की I उन्होने राजभाषा हिन्दी की वर्तमान संवैधानिक स्थिति की चर्चा करते हुए इसे वास्तविक गौरव प्रदान करने के संकल्प को प्राप्त करने की दिशा में सामुहिक प्रयास का आह्वाना किया।
वरिष्ठ साहित्यकार एवं मार्गदर्शक मंडल सदस्य डॉ. हरिदास व्यास ने कहा कि हमारा वर्तमान में हम सर्वाधिक संभावनाओं वाले समय में जी रहे हैं, जहाँ राष्ट्र के प्रति हम कुछ कर सकते हैं । आज के सन्दर्भ में सांस्कृतिक चेतना प्रदीप्त करने के उद्देश्य में संगठन को अपनी भूमिका निभानी है। उपाध्यक्ष डॉ.गजादान चरण और डॉ. उमेश चौरसिया ने संगठन को निर्धारित उद्देश्यपूर्ति के लिए सक्षम बतायाI बैठक में डॉ. घनश्याम कच्छावा, राकेश राजदीप और जितेन्द्र जालोरी ने भी विचार प्रकट किएI डॉ आनंद रत्नेश त्रिपाठी, डॉ प्रियंका कौशिक, जगदीश सोनी, महेन्द्र कुमार, ओम प्रकाश सैनी ने भी बैठक में भाग लिया।