बीकानेर। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (international women’s day) पर सहज संस्थान खीचन (फलोदी) व सौर्य ऊर्जा कम्पनी ऑफ राजस्थान लिमिटेड के सहयोग से बीकानेर के ग्राम दाऊदसर में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आंगनबाड़ी केंद्र में मनाया गया।
इस अवसर पर कोर्डिनेटर मंनोज कुमार ने कहा कि भारत में नारियों को मौलिक अधिकार, मतदान का अधिकार और शिक्षा का अधिकार तो प्राप्त है लेकिन अभी भी स्त्रियां अभावों में जिंदगी बीता रही हैं। हमारे समाज में धीरे-धीरे हालात बदल रहे हैं। आज कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जो नारियों से अछूता हो। आज चाहे फिल्म हो, इंजीनियरिंग हो या मेडिकल, उच्च शिक्षा हो या प्रबंधन हर क्षेत्र में स्त्रियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। अब बेटे और बेटी के बीच फर्क घटा है लेकिन अभी भी यह कुछ वर्ग तक ही सीमित है।
उन्होने कहा कि नारियों के समक्ष खुला आसमान और विशाल धरती है जिस पर वह अनंतकाल तक अपना परचम लहरा सकती है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शबनम ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, हर कोई अपने जीवन में महिलाओं की सराहना करता है। हर कोई अपने जीवन में महिलाओं के मूल्य और महत्व को स्वीकार करता है, और समाज में भी उनका जबरदस्त योगदान है।