बीकानेर । भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य (RAS Exam) प्रशासनिक सेवा परीक्षा के आज जारी परिणामों पर गंभीर सवाल उठाए हैं ।
शेखावत ने अपने बयान में कहा है कि राजस्थान कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के (Education Minister ) शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के पुत्र अविनाश डोटासरा की पत्नी, साले और साली को आरएएस परीक्षा (RAS Exam) के साक्षात्कार में एक जैसे 80 – 80 अंक देकर अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया है ।
इस प्रकार राज्य लोक सेवा आयोग (RPSC) ने प्रदेश के बेरोजगार योग्य अभ्यर्थियों के हक पर कुठाराघात किया है ।


यह दुर्लभ संयोग कैसे सम्भव है कि तीनों भाई बहनों का साक्षात्कार एक जैसा ही हुआ हो , जबकि राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा को टॉप करने वाली मुक्ता राव को साक्षात्कार में 77 अंक ही दिए गए हैं । इसी तरह राज्य मेरिट में चौथी रेंक प्राप्त करने वाले निखिल को साक्षात्कार में मात्र 67 अंक दिए गए है ।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत का आरोप
शेखावत ने आरोप लगाया है कि इस पूरे घटनाक्रम से राज्य लोक सेवा आयोग की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है और आयोग को ‘नाथी का बाडा’ बना देने का आरोप लगाया है ।।शेखावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने निजी रिश्तेदारों को सत्ता के दबाव में अनुचित लाभ दिलाया है और इस प्रकार योग्य अभ्यर्थियों के हक पर सीधा-सीधा कुठाराघात किया है ।
शेखावत ने यह भी आरोप लगाया है कि डोटासरा के पुत्र जो खुद राज्य प्रशासनिक सेवा के अलाइड सेवा के अधिकारी हैं और सीकर में संचालित कलाम कोचिंग सेंटर में साझेदार की हैसियत रखते हैं ने राज्य लोक सेवा आयोग की भर्तियों में अपने इंस्टिट्यूट के स्टूडेंट्स को भी अनुचित लाभ दिलवाया है ।
पूरे राजस्थान में इस बात की चर्चा है कि राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रथम श्रेणी अध्यापक परीक्षा में कुल चयनितों में से आधे से अधिक सलेक्शन इसी कोचिंग सेंटर के हुए हैं । इसी तरह आरए एस परीक्षा के परिणाम में भी इस कोचिंग इंस्टिट्यूट के बड़ी संख्या में स्टूडेंट सलेक्ट हुए हैं ।
इससे यह प्रमाणित होता है कि डोटासरा ने अपने पिता के रसूख का अनुचित उपयोग अपने कोचिंग संस्थान के लिए किया है ।
डोटासरा अपने पुत्र के ससुराल पक्ष पर कुछ अधिक ही मेहरबान है । अपने इसी पुत्र के ससुर को भी चूरू जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर अतिरिक्त चार्ज देकर लाभान्वित किया हुआ है ।
उन्होने बताया कि इस पूरे मामले को पद के दुरुपयोग का मामला मानते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की है । साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री (CM) से यह मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच करवा कर राज्य राज्य लोक सेवा आयोग (RPSC) की विश्वसनीयता को बचाए और साख पर बट्टा लगाने वाले अपने मंत्री को बर्खास्त करे ।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को मंत्री पद से मुक्त रखा जाए : शेखावत