बीकानेर। देव भूमि भारत में शाश्वत, मृत्युजयी व सार्वभौम संस्कृति का अखण्ड प्रवाह विद्यमान है। इस का स्वलप आचरण ही मानव प्रबुद्ध को विवेकवान बना सकता है। मानवीय स्वभाव में पुनः धर्म का आरोहण करने हेतू दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान सदैव कार्यरत रहा है। इसी श्रृंख्ला के अंतर्गत संस्थान द्वारा गोपेश्वर महादेव मंदिर गंगशहर में 25 से 31 दिसंबर तक दोपहर 1 से 4 बजे तक सात दिवसीय श्रीराम कथामृत के कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
इस आयोजन में दिव्य गुरू आशुतोष महाराज जी की शिष्या महामनस्विनी साध्वी सुश्री त्रिपदा भारती कथा का वाचन करेंगी। जिसमें जनमानस को भारतीय संस्कृति की गरिमा एवं प्रतिष्ठा से जागरूक करवानें हेतू हिंदू हाई स्कूल से विशाल मंगल कलश यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर मुख्य यजमान अमित जयनी और उनकी धर्मपत्नी ने विधिवत् कलश पूजन व श्री रामायण जी का पूजन किया।
कलश यात्रा का शुभारंभ सुषमा बिस्सा अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही, सुमन छाजेड, राकेश दूदी पटवारी, पारस नारायण शर्मा अध्यक्ष छे नेती ब्राह्मण सभा, कृष्ण लाल जोशी अन्नपूर्णा परिवार, विजय कुमार जोशी द्वारा ध्वज फहराकर किया गया। जिसमें 251 पीताम्बर धारी महिलायें कलश धारण करके चली और इसके साथ शहर की सहयोगी संस्थायों ने बढ़ चढ़ कर शिरकत की। उनके कंठ से मुखरित हो रहे जय श्रीराम के जयघोष पूरे शहर को अहलादित कर रहे थे।
कलश यात्रा गंगा की मानिंद प्रवाहित होती हुई वातावरण के कलुषित हृदय को पवित्र व निर्मल बनाती जा रही थी। कथा का संदेश सर्वत्र वितरित करते हुए व विश्व शांति की कामना का प्रचार, प्रसार करते हुए कथा स्थल पहुंचीं। तत्पश्चात् श्री रामायण जी की मंच पर स्थापना की गई।
हमारे शास्त्रों में आता है कि कलश के अग्रभाग में देवताओं का निवास होता है एवं यह कलश हमारे मस्तिष्क में स्थित अमृत का प्रतीक है और यह यात्र हमें इंगित करती है उस दिव्य अमृत को प्राप्त करने की ओर। शहर में विभिन्न स्थानों पर कलश यात्रा का भव्य स्वागत् किया गया।