जयपुर। इंस्टीट्यूट आफ इंजिनियर्स इंडिया के राजस्थान सेंटर जयपुर द्वारा (Engineers Day) इंजीनियरिंग दिवस का अवसर पर आज एक सादे समारोह में (Bikaner Technical University) बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. एचडी चारण को राजभवन से राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कलराज मिश्र ने अभिन्दन पत्र के साथ (visionary leader of the year 2020) एमिनेंट इंजीनियर अवॉर्ड-2020 (Eminent Engineer Award 2020)की श्रेणी में इस वर्ष हेतु विजनरी लीडर ऑफ द ईयर-2020 के सम्मानित किया। इस अवसर पर श्री चारण में सपत्निक इस अभिन्दन पत्र को ग्रहण किया।
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, विश्विद्यालय में लागू नवाचार, अभिनव, नवप्रवर्तन कार्य योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उत्कृष्टता के साथ की गई अकादमिक सेंवाओ को रेखांकित करते हुए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एचडी चारण का चयन किया गया है। इस अवसर पर कुलपति श्री चारण ने कहा कि बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने अपने नवाचारो के माध्यम से एक प्रयास किया है की तकनीकी शिक्षा में कुछ क्रांतिकारी कार्य किया जा सके जिसका लाभ विद्यार्थी, शिक्षक एवं तकनिकी शिक्षा जगत उठा सके। बदलते सामाजिक व शैक्षणिक वातावरण में माननीय मूल्यों का समावेश पाठ्यक्रम में प्रमुखता से लागू किया गया और सभी सम्बद्ध संस्थाओ को इसका अभिन्न हिस्सा बनाया गया। साथ ही उन्होंने इस पुरस्कार के विश्विद्यालय की पूरी टीम को समर्पित किया जिनके अनवरत और कठिन परिश्रम और प्रयास के बिना यह असंभव था और इंस्टीट्यूट आफ इंजिनियर्स इंडिया के राजस्थान सेंटर का कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का वाचन भी कराया। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी ने जीवन के प्रत्येक स्तर पर स्थितियां बदल दी हैं। ऎसी स्थिति में देश के इंजीनियर्स पर महती जिम्मेदारी है। हमें देश को मजबूत बनाना है। देश की प्रतिभाओं को आगे बढाना है। उनके द्वारा किये गये कार्यो को समाज और देश के सामने लाना होगा। हमें लोकल को प्राथमिकता देनी होगी। लोकल के लिए वोकल होना ही होगा। लोकल को ग्लोबल बनाने के प्रयास करने होंगे।
राज्यपाल ने कहा कि स्थानीय प्रतिभाओं को स्थानीय स्तर पर संसाधन उपलब्ध कराने होंगे ताकि स्थानीय स्तर पर ही उत्पाद तैयार हो सके। इंजीनियर्स का दायित्व है कि वे उत्पादन की पूरी प्रक्रिया को सामाजिक, आर्थिक और विज्ञान की दृष्टि से सभी पहलुओं का परीक्षण कर लें ताकि यह लोकल उत्पाद ग्लोबल बन सके। श्री मिश्र ने कहा कि कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया है। गांवों में रोजगार के साधन सुलभ कराने होंगे ताकि गांवों से लोगों का रोजगार के लिए पलायन न हो सके। हमें गांवों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उघोग धन्धों को बढावा देना होगा।
लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा। इससे ना केवल गांव बल्कि देश मजबूत हो सकेगा।
राज्यपाल ने कहा कि इंजीनियर्स आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रयास करें। लोगों के मन में और समाज में आत्मनिर्भर भारत के लिए वातावरण का निर्माण करें ताकि युवा स्वरोजगार के लिए छोटे-छोटे उद्योगों को स्थानीय स्तर पर आरम्भ कर सकें।
ज्ञातव्य है की श्री चारण के सफल नेतृत्व में तकनीकी शिक्षा में मानवीय मूल्यों का समावेश, विश्विद्यालय के पाठ्यक्रम में ह्यूमन वैल्यू का क्रेडिट कोर्स के रूप संचालन, अखिल भारतीय तकनिकी शिक्षा परिषद एवं राजभवन की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन, विश्विद्यालय में लागू नवाचार व अभिनव अकादमिक कार्य योजनाएँ, शैक्षणिक व सह शैक्षणिक गतिविधियां, संबंद्ध महाविद्यालयों की रैंकिंग, नवीन पाठ्यक्रम,शिक्षकों एवं विद्यार्थियों हेतु कार्यशालाए, तकनिकी शिक्षा के उन्नयन हेतु किए गए विभिन्न संस्थाओं के साथ एमओयू, विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता के उन्नयन हेतु किए गए प्रयास, लॉकडाउन में सफलतापूर्वक निर्बाध रूप से प्रभावी शिक्षण व्यवस्थ्या का संचालन सहित असंख्य कार्यो का सफल क्रियान्वयन किया गया है।