चूरू। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल (Master Bhanwarlal Meghwal)का अंतिम संस्कार मंगलवार को सुजानगढ (Sujangarh in Churu)में राजकीय सम्मान से किया गया। राजस्थान पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया तथा ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल, कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री बी डी कल्ला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से उनकी देह पर पुष्पचक्र अर्पित किया।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में मेघवाल का निधन हो गया। निधन का समाचार मिलते ही जिले में शोक की लहर व्याप्त हो गई। मंगलवार को सुजानगढ़ स्थित उनके निवास ‘जय निवास’ पर बड़ी संख्या में लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये तथा अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। पुत्र मनोज कुमार ने मुखाग्नि दी।
ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल, कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री बी डी कल्ला के साथ-साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, उच्च शिक्षा मंत्री एवं जिला प्रभारी भंवर सिंह भाटी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, राज्य मंत्री टीकाराम जूली, राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खां बुधवाली, जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे, पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, सांसद राहुल कस्वां, तारानगर विधायक नरेन्द्र बुडानिया, राजगढ विधायक कृष्णा पूनिया, विधायक राजेन्द्र राठौड़, रफीक मंडेलिया, पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवां, पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त ओ.पी. बुनकर, विधायक अभिनेष महर्षि, पूर्व विधायक मकबूल मण्डेलिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर रामरतन सौंकरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र फौजदार, एससीडीसी निगम के मैनेजिंग डायरेक्टर परमेश्वरलाल, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, पूर्व प्रधान निर्मला सिंघल, पूसाराम गोदारा, गणेश ढाका, चूरू के पूर्व सभापति गोविन्द महनसरिया सहित बड़ी संख्या में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने मेघवाल की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र भेंट कर श्रद्धाजंलि अर्पित की। राज्य सरकार के मंत्रियों, अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने मेघवाल के बेटे मनोज कुमार को इस दुख की घड़ी में ढाढ़स बंधाया।
राजस्थान की राजनीति में छोड़ी अमिट छाप
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मौके पर कहा कि मास्टर जी ने राजस्थान की राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वे चाहे किसी भी मंच पर हों, जनता के हित की बात अवश्य करते थे। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि मास्टर भंवरलाल मेघवाल सभी वर्गो को साथ लेकर चलने वाले नेता थे। उन्होंने समाज के कमजोर तबके को मजबूत करने के लिए काम किया। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने निधन से अपूरणीय क्षति हुई है। केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल व सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि मास्टर भंवरलाल मेघवाल कुशल व्यवहार के धनी थे, वे एक अच्छे राजनेता की तरह सभी से घुलमिल कर रहते थे। उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मास्टर मेघवाल एक प्रबुद्ध राजनेता के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में अग्रणी थे।
चार बार विधायक निर्वाचित हुए मेघवाल
मास्टर भंवरलाल मेघवाल का जन्म 2 जुलाई, 1948 को चूरू जिले के ग्राम बाघसरा पूर्वी तहसील सुजानगढ, जिला चूरू में हुआ। उनके पिता का नाम चूनाराम मेघवाल एवं माता का नाम रूकमणी देवी थी। उनका विवाह 15 मई, 1968 को केसर देवी के साथ हुआ। उनके एक पुत्र व एक पुत्री है (एक अन्य पुत्री बनारसी देवी का पिछले दिनों निधन हो गया)। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से इतिहास में एम.ए. की उपाधि प्राप्त की। कृषि, नमक उत्पादन एवं विक्रय व्यवसाय से सम्बद्ध रहे मेघवाल सातवीं, नौंवी, ग्यारहवीं और तेरहवीं विधानसभा के लिए सुजानगढ (चूरू) क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। मेघवाल 5 दिसम्बर, 1998 को युवा एवं खेलकूद, कारागार (स्वतंत्र प्रभार), ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, विशिष्ट योजना संगठन एवं एकीकृत ग्रामीण विकास विभाग के राज्यमंत्री बने। उन्हें 25 जनवरी, 2003 को इन्दिरा गांधी नहर परियोजना, सिंचित क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार) एवं पंचायती राज विभाग का दायित्व सौंपा गया। मेघवाल पन्द्रहवीं विधानसभा के लिए सुजानगढ (चूरू) क्षेत्र से निर्वाचित होकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व आपदा प्रबंधन मंत्री बने।