बीकानेर। वैश्विक महामारी कोविड-19 से संघर्ष करते हुए प्राण बलिदान करने वाले देशभर के चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों को आज गाॅंधी जयन्ती के अवसर पर सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में श्रृद्धांजली देकर इस दिवस को शहीद दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर तीन रेजीडेन्ट चिकित्सकों डाॅ. चन्द्रप्रकाश राणावत, डाॅ. यमन, डाॅ. शिखा के अलावा कोविड हाॅस्पिटल के नोडल अधिएकारी डाॅ. जितेन्द्र आचार्य एवं मेडिकल काॅलेज के स्टाॅफकर्मी महेश कल्ला आदि ने कोरोना पोज़ीटिव से नेगेटिव होने के उपरान्त प्लाज़मा दान करने का संकल्प लेकर अधिक से अधिक लोगों को प्लाज़मा दान करने का संदेश दिया।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डाॅ. एस.एस. राठौड़ एवं पी.बी.एम. चिकित्सालय वर्ग समूह के अधीक्षक डाॅ. गुॅंजन सोनी की अगुवाई में रेजीडेन्ट चिकित्सक ऐसोसियेशन एवं राजस्थान मेडिकल काॅलेज टीचर्स ऐसोसियेशन तथा सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय परिवार द्वारा श्रृद्धांजलि दी गयी। कोविड-19 अस्पताल से लेकर प्रत्येक वार्ड एवं ओ.पी.डी. में भी सभी चिकित्सकों, पेरामेडिकल कर्मियों आदि ने अपने कार्यस्थल पर ही 2 मिनट का मौन रखकर कोविड-19 शहीदों के सम्मान में श्रृद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर कोविड-19 शहीदों के सम्मान में आज सायं 7.30 बजे हाॅस्टल कैम्प्स में दीप प्रज्जवलित भी किया गया।
इस अवसर पर रेजीडेन्ट चिकित्सक ऐसोसियेशन के अध्यक्ष डाॅ. महिपाल नेहरा ने मांग की कि कोविड-19 रोगियों की सेवा करते हुए बलिदान हुए चिकित्साकर्मियों को शहीद का दर्जा प्रदान किया जावें एवं इनके परिवारों को शहीद के समस्त लाभ प्रदान किये जावें।
डाॅ. नेहरा ने कहा कि आज स्वास्थ्य युद्ध की स्थिति बनी हुई है एवं देशभर में सभी चिकित्साकर्मी पिछले 8 माह से लगातार अपने जीवन को ख़तरे में डालकर कोविड संक्रमित रोगियों का उपचार कर रहे है एवं इस दौरान अपने प्राणों का बलिदान भी दे रहे है। डाॅ. नेहरा ने कहा कि चिकित्साकर्मियों को संक्रमण से बचाव हेतु शासन एवं प्रशासन समस्त प्रकार के सुरक्षा संशाधन उच्च क्वालिटी के उपलब्ध करवावें एवं उत्तम व्यवस्थायें करें एवं आमजन से अपील की कि चिकित्साकर्मियों द्वारा की जा रही तपस्या एवं बलिदान को उचित सम्मान प्रदान करते हुए चिकित्सालयों में आपसी सहयोग एवं विश्वास का वातावरण बनावें।