सोनू ने इससे पहले अपने नए मिशन के बारे में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया था।
पूछे जाने पर, उन्होंने आईएएनएस को बताया, मुझे लॉकडाउन के दौरान पता चला है कि बहुत से बच्चे अपनी ऑनलाइन कक्षा लेने में इसलिए असमर्थ थे, क्योंकि उनके पास स्मार्टफोन की सुविधा नहीं थी, मैं एक मंच पेश कर रहा हूं, जहां ऐसे छात्र लाभ ले सकते हैं। किसी को भी पढ़ाई छोड़ने की जरुरत नहीं है, हम ऐसे लोगों को साथ लाएंगे और उन्हें स्मार्टफोन मुहैया कराएंगे।
सोनू ने पहले भी शैक्षिक उद्देश्यों के लिए छात्रों को लगभग 100 स्मार्टफोन वितरित किए थे।
उन्होंने कहा, कोरोना काल में हमने पंजाब, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और मुंबई के कुछ हिस्सों में लगभग 100 फोन वितरित किए थे।
उन्होंने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह विचार उनके करियर को बचाने के लिए है। बच्चों के माता-पिता को भी शर्मिंदा होने की जरुरत नहीं है कि उनके बच्चों की कक्षाएं छूट रही हैं।
–आईएएनएस
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