विशेष सीरीज का प्रयास दर्शकों का आंख खोलना है, जिसमें दुष्कर्म, छेड़छाड़, हत्या और बाल शोषण जैसे जघन्य अपराधों को एक व्यापक और नाटकीय रूप से प्रस्तुत किया जाएगा।
दिव्यंका ने कहा, अपने पूरे जीवन काल में, महिलाएं सामाजिक या पारिवारिक दबाव के कारण अपनी ताकत को भूल जाती हैं। कई बार महिलाओं को पता भी नहीं चलता है कि उन्हें दबाया जा रहा है या उन पर अत्याचार किया जा रहा है। यह भी एक तथ्य है कि हर दिन कई महिलाएं विभिन्न अत्याचारों के शिकार होती हैं। लेकिन इनमें से कितने रिपोर्ट किए जाते हैं? क्यों महिलाएं, पीड़ित होने के नाते, शर्म और आघात के अधीन हैं? व्यक्तिगत रूप से, एक महिला यह नहीं चाहती कि उसके साथ ऐसा हो। मानसिकता और धारणा में बहुत बड़ा अंतर है, जिसे पाटने की आवश्यकता है।
यह शो 21 दिसंबर से सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होगा।
–आईएएनएस
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