आयुष्मान कहते हैं, मेरे ख्याल से धारा के विपरीत जाकर काम करने और जैसा हूं बिल्कुल वैसा बने रहने के मेरे फैसले की वजह से मेरी बात बनी है। मैं असल जिंदगी में जैसा हूं उस व्यक्तित्व के प्रति सच्चा बना रहा।
वह आगे कहते हैं, मेरा मानना है कि देश अब सामाजिक मुद्दों को लेकर खुलकर बोलना चाहता है। मैं खुशकिस्मत हूं कि दर्शकों को मेरी फिल्मों का ब्रांड पसंद आया, वे इससे जुड़े रहे और अपनी भावनाओं को मेरी भावनाओं संग जोड़कर देखा। आज लोगों को मेरी ये जो काबिलियत देखने को मिल रही है, वह इस वजह से क्योंकि एक इंसान के तौर पर मैं अपनी सोच को लेकर निडर रहा हूं। अगर मैं एक ऐसा इंसान होता, जिसका इन चीजों पर यकीन ही नहीं होता, जिसके बारे में उसने अपनी फिल्म में आवाज उठाई है, तो लोग किसी भी कीमत पर इससे खुद को नहीं जोड़ पाते।
–आईएएनएस
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